बोझ बने पढ़ाई से भाग रहे बच्चे

कोलकाता: पढ़ाई के बोझ से परेशान होकर घर से भाग रहे दो छात्राओं व एक छात्र को रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने कालका मेल की बोगी से पकड़ा. पकड़े गये विद्यार्थियों के नाम रानी मंडल (14), प्रिया चक्रवर्ती (14) और संजीत सरकार (13) है. सभी का बदला हुआ नाम है. रानी और प्रिया, उत्तर 24 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 11, 2014 7:30 AM

कोलकाता: पढ़ाई के बोझ से परेशान होकर घर से भाग रहे दो छात्राओं व एक छात्र को रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने कालका मेल की बोगी से पकड़ा. पकड़े गये विद्यार्थियों के नाम रानी मंडल (14), प्रिया चक्रवर्ती (14) और संजीत सरकार (13) है.

सभी का बदला हुआ नाम है. रानी और प्रिया, उत्तर 24 परगना के जगदल थाना अंतर्गत एक इलाके की रहनेवाली है, जबकि छात्र नदिया जिले के चाकदा थाना अंतर्गत एक गांव का निवासी बताया जा है. रेलवे सुरक्षा बल ने तीनों को रेलवे राजकीय पुलिस को सौंप दिया है. जीआरपी ने तीनों से पूछताछ करने के बाद देर रात नाबालिगों को उनके गाजिर्यन के हवाले कर दिया.

जीआरपी और आरपीएफ सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार की रात 7.40 बजे डाउन हावड़ा-नयी दिल्ली कालका मेल हावड़ा से रवाना हुई थी. स्क्वाड पार्टी के जवान ट्रेन में नियमित गस्त कर रहे थे, तभी ट्रेन के एक स्लीपर क्लास बोगी में तीन बच्चों को चहलकदमी करते पाया गया. इनमें दो लड़कियां और एक लड़का था. तीनों स्कूल ड्रेस में थे. आरपीएफ के जवानों को देखते हुए तीनों बच्चे सहम गये. घबराये बच्चों को देख आरपीएफ के जवानों को भी शक हुआ. आरपीएफ द्वारा पूछताछ करने पर तीनों बच्चों ने बताया कि उन्हें स्कूल के बाहर किसी व्यक्ति ने रूमाल सुंघा कर बेहोश कर दिया और सफेद कार में बैठा लिया, जब होश आया तो वे तीनों अपने को ट्रेन में पाये.

लेकिन जब आरपीएफ ने उन्हें ट्रेन से बरामद किया तो वे तीनों होश में थे. हालांकि जब बर्दवान जीआरपी थाना प्रभारी प्रदीप कुमार रेजा ने बच्चों से पूछताछ की तो तीनों ने सच्चई स्वीकार करते हुए बताया कि उन लोगों ने पढ़ाई के बोझ से परेशान होकर घर से भागने की योजना बनायी थी. स्कूल की छुट्टी के बाद वे तीनों बस से हावड़ा स्टेशन पहुंचे और नौ नंबर पर खड़ी कालका मेल में सवार हो गये. सच्चई सामने आने के बाद जीआरपी ने तीनों के घर वालों को घटना की जानकारी दी और बर्दवान स्टेशन से अपने बच्चों को ले जाने को कहा. खबर मिलते ही रानी मंडल के पिता, प्रिया की मां और संजीत के पिता बर्दवान स्टेशन पहुंचे. जरूरी कार्यवाही करने के बाद जीआरपी ने तीनों को उसके अभिभावकों के हवाले कर दिया गया.

Next Article

Exit mobile version