शुभप्रसन्ना की पत्नी से इडी ने की पूछताछ

कोलकाता. सारधा चिटफंड घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस के करीबी चित्रकार शुभाप्रसन्ना की पत्नी शिप्रा भट्टाचार्य से पूछताछ की. शिप्रा सुबह 11 बजे के आसपास सॉल्टलेक के सीजीओ कॉम्लेक्स स्थित इडी दफ्तर पहुंचीं. इडी अधिकारियों ने उनसे लगभग तीन घंटे तक पूछताछ की. इडी का कहना है कि सारधा प्रमुख […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 11, 2014 7:32 AM

कोलकाता. सारधा चिटफंड घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस के करीबी चित्रकार शुभाप्रसन्ना की पत्नी शिप्रा भट्टाचार्य से पूछताछ की. शिप्रा सुबह 11 बजे के आसपास सॉल्टलेक के सीजीओ कॉम्लेक्स स्थित इडी दफ्तर पहुंचीं. इडी अधिकारियों ने उनसे लगभग तीन घंटे तक पूछताछ की.

इडी का कहना है कि सारधा प्रमुख सुदीप्त सेन ने शुभाप्रसन्ना से जो चैनल खरीदा था, उनमें शिप्रा प्रमुख शेयर होल्डर थी. उनके नाम से एक हजार शेयर थे. सूत्रों का कहना है कि इडी अधिकारियों ने उनसे जानना चाहा कि चैनल बिक्री कर सुदीप्त सेन से उन्हें कितनी राशि मिली. लेन देन किस तरह हुआ था. चेक या नकद से. इसके साथ ही शुभा प्रसन्ना की संस्था देवकृपा बाइपर प्राइवेट लिमिटेड के तीन वर्ष का हिसाब किताब भी जानना चाहा. इडी अधिकारियों ने यह जानकारी चाही कि शुरू होने के पहले ही सुदीप्त सेन ने करोड़ों रुपये में ये चैनल क्यों खरीदा. उन्हें चैनल खरीदने के लिए किसने मजबूर किया था. अधिकारियों का कहना है कि उनके बयान के आधार पर चैनल के अन्य शेयरहोल्डरों से भी पूछताछ की जायेगी.

गौरतलब है कि इससे पहले चैनल बिक्री के मामले में सीबीआइ ने शुभप्रसन्ना को तलब किया था. उनके प्रतिनिधियों ने सीबीआइ दफ्तर पहुंच कर चैनल बिक्री से संबंधित कागजात जमा किये.

सीबीआइ कार्यालय पहुंचे भवानीपुर क्लब के पदाधिकारी : सारधा कांड में प्रवर्तन निदेशालय (इडी) की पूछताछ के बाद अब सीबीआइ ने फुटबॉल क्लब के अधिकारियों से पूछताछ शुरू कर दी है. शुक्रवार सुबह भवानीपुर क्लब के पदाधिकारी सीबीआइ कार्यालय पहुंचे. पदाधिकारियों से सारधा से समझौते से संबंधित कागजात जमा दिया. इसके साथ ही समझौते के मद्देनजर सारधा के साथ हुई लेनदेन के कागजात भी जमा किये. इसके पहले गुरुवार को सारधा मामले में इस्ट बंगाल व मोहन बागान के पदाधिकारियों को सीबीआइ ने तलब किया था. सुदीप्त सेन ने स्पांसरशिप के लिए पैसे दिये थे.

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