कोलकाता: महानगर का अमानवीय चेहरा एक बार फिर सामने आ गया. रेल लाइन पार करते वक्त हादसे में यादवपुर विश्वविद्यालय के एक अध्यापक का पैर कट गया. हालांकि दुर्घटनास्थल पर वह आधे घंटे तक पड़े रहे. उनकी सहायता करने के लिए कोई भी आगे नहीं आया. आखिर में विश्वविद्यालय के ही एक शिक्षाकर्मी की नजर उन पर पड़ी और उसके बाद ही उन्हें अस्पताल ले जाना संभव हो सका. घटना दोपहर करीब 11 बजे की है. यादवपुर विश्वविद्यालय के अध्यापक गोपीनाथ भंडारी ढाकुरिया से विश्वविद्यालय जा रहे थे.
यादवपुर लेवल क्रासिंग पर यह हादसा हुआ. सिविल इंजीनियरिंग के अध्यापक के रेल लाइन पार होते वक्त ही ट्रेन आ गयी. ट्रेन के धक्के में उनके पैर का एक हिस्सा कट गया. उनके सिर में भी चोट लगी. अध्यापक के सहकर्मियों का आरोप है कि इस हालत में उन्हें करीब आधे घंटे तक पड़े रहना पड़ा. ऑफिस का समय होने और भीड़ होने पर भी उनकी सहायता को कोई आगे नहीं आया. विश्वविद्यालय के ही एक शिक्षाकर्मी ने मौके पर पहुंच कर इसकी सूचना सभी को दी. जल्द ही अन्य शिक्षक वहां पहुंचे.
इसके बाद ही उन्हें अस्पताल ले जाया गया. बाद में उन्हें एक निजी अस्पताल में स्थानांतरित किया गया. आरोप यह भी है कि जब अध्यापक घायल स्थिति में पड़े हुए थे. उस वक्त उनके मोबाइल व अंगूठी को छीन लेने की भी कोशिश हुई.