दीपावली पर राज्य सरकार का रोगियों को उपहार, सभी सरकारी बेड नि:शुल्क

कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को एलान किया कि गरीबों के लिए बीमारी के उपचार को किफायती बनाने के लिए राज्य के सरकारी अस्पतालों में सभी बेड नि:शुल्क होंगे. उन्होंने कहा कि शहर, जिला, सबडिवीजन के सभी सरकारी अस्पतालों और यहां तक कि प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों में नि:शुल्क बेड होंगे. जिन बेड पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 23, 2014 4:30 AM
कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को एलान किया कि गरीबों के लिए बीमारी के उपचार को किफायती बनाने के लिए राज्य के सरकारी अस्पतालों में सभी बेड नि:शुल्क होंगे.
उन्होंने कहा कि शहर, जिला, सबडिवीजन के सभी सरकारी अस्पतालों और यहां तक कि प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों में नि:शुल्क बेड होंगे. जिन बेड पर रुपये खर्च करने पड़ते हैं उसे नि:शुल्क किया जायेगा.
स्वास्थ्य विभाग का भी प्रभार संभालने वाली बनर्जी ने बताया कि सरकारी अस्पतालों में 12,000 बेड का इजाफा होगा. साथ ही कहा कि पांच सरकारी और तीन निजी अस्पताल भी बन रहे हैं. मुख्यमंत्री ने एसएसकेएम अस्पताल में अकादमी भवन और यूरोलॉजी व नेफ्रोलॉजी बिल्डिंग का उदघाटन किया. साथ ही मुख्यमंत्री ने एमआर बांगुर अस्पताल में डिजिटल एक्स-रे मशीन व मुर्शिदाबाद जिले में सिटी स्कैन का रिमोट कंट्रोल के माध्यम से उदघाटन किया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में पीपीपी मॉडल के तहत 40 मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल का निर्माण किया जा रहा है, जो 2015 तक पूरा कर लिया जायेगा. इसके लिए राज्य सरकार ने चिकित्सक व अन्य स्टाफ की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू कर दी है.
उन्होंने बताया कि अब तक अस्पतालों में 86 फेयर प्राइस मेडिसिन शॉप खोले जा चुके हैं. बहुत जल्द इसकी संख्या 100 कर दी जायेगी. इन फेयर प्राइस मेडिसिन शॉप में 72 प्रतिशत छूट पर दवाओं की बिक्री होती है. अब राज्य सरकार ने विभिन्न क्षेत्रों में फेयर प्राइस पैथोलॉजी सेंटर भी खोलने की योजना बनायी है, जिसकी प्रक्रिया भी शुरू कर दी गयी है.
केंद्र पर दवाइयों की कीमत बढ़ाने का आरोप लगाया
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र पर विशेष तौर पर कैंसर और मधुमेह की दवाइयों की कीमत बढ़ाने का आरोप लगाया है. ममता ने कहा कि केंद्र ने अचानक कीमत बढ़ा दी है. पहले कैंसर की जो दवाइयां सात से आठ हजार रुपये में उपलब्ध थीं, अब उनकी कीमत एक लाख रुपये बैठती है. प्रत्येक घर में मधुमेह का मरीज है, लेकिन दवाइयों की कीमत इतनी बढ़ गयी है. उन्होंने कहा कि यह अमानवीय है. वह इसकी निंदा करती हैं.

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