बर्दवान मामला एक साधारण आपराधिक घटना, इसलाम व मदरसों से संबंध नहीं

कोलकाता : मुसलिम संगठन ऑल इंडिया मुसलिम मजलिसे मुशावारत ने दावा किया है कि बर्दवान के खगड़ागढ़ की घटना एक साधारण आपराधिक घटना है. इसका इसलाम व मदरसों से कोई लेना-देना नहीं है. संगठन के राष्ट्रीय महासचिव डॉ जफरूल इसलाम खान ने बताया कि इस घटना में आम अपराधी व तस्कर शामिल हैं, पर जिस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 28, 2014 5:43 AM

कोलकाता : मुसलिम संगठन ऑल इंडिया मुसलिम मजलिसे मुशावारत ने दावा किया है कि बर्दवान के खगड़ागढ़ की घटना एक साधारण आपराधिक घटना है. इसका इसलाम व मदरसों से कोई लेना-देना नहीं है. संगठन के राष्ट्रीय महासचिव डॉ जफरूल इसलाम खान ने बताया कि इस घटना में आम अपराधी व तस्कर शामिल हैं, पर जिस प्रकार इस घटना को मुसलमानों व मदरसों से जोड़ा जा रहा है, वह निंदनीय है.

डॉ खान ने दावा किया कि इस पूरे खेल के पीछे भाजपा का दिमाग काम कर रहा है, जो 2016 में राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव को लक्ष्य कर नफरत व भय की राजनीति को हवा दे रही है. यह भाजपा का पुराना चरित्र है. 24 अक्तूबर को हम लोगों ने विभिन्न संगठनों एवं विभिन्न धर्म के प्रतिनिधियों के साथ खगड़ागढ़ का दौरा किया था और वहां के स्थानीय लोगों एवं पुलिस प्रशासन से इस बारे में बातचीत की.

इस दौरे में यह सच्चाई सामने आयी है कि कुछ लोग जानबूझ कर इस घटना को मुसलमानों व मदरसों से जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं. मीडिया का एक वर्ग भी इसमें उनके साथ दे रहा है. जिस जगह पर धमाका हुआ, वह अवैध हथियार तैयार करने का एक अवैध कारखाना था, इस तरह के अवैध हथियारों के सैकड़ों कारखाने देश में मौजूद हैं. इस घटना की एनआइए जांच की कोई जरूरत नहीं थी. राज्य पुलिस की जांच ही काफी थी. सारधा घोटाले के कारण राज्य सरकार दबाव में है, जिसका फायदा उठाते हुए केंद्र की भाजपा सरकार ने एनआइए की जांच राज्य पर थोंप दी है.

केंद्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड हैं. उनके इस पद पर आते ही हमें आभास हो गया था कि वह भाजपा की भय व नफरत की राजनीति को बढ़ाने के लिए इस तरह की चाल चलेंगे. उन्होने आरोप लगाया कि 2016 से पहले इस तरह की और भी घटनाएं हो सकती हैं और राज्य को सांप्रदायिक दंगे की आग में भी झोंका जा सकता है. हमें भाजपा पर कतई भरोसा नहीं है.

श्री खान ने कहा कि लालकृष्ण आडवाणी जीवन भर मदरसों को आतंकवाद का अड्डा बताते रहे, पर एनडीए सरकार के गृह मंत्री के रूप में अपने छह वर्ष के कार्यकाल में वह एक भी मदरसे को आतंकवाद का गढ़ साबित नहीं कर पाये. विजय चतुर्वेदी योगी ने कहा कि यह हिंदू-मुसलमानों को लड़ाने की साजिश है. केंद्र की सरकार भाजपा की नहीं आरएसएस की है, जिसे नागपुर से नियंत्रित किया जा रहा है.

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