बर्दवान : राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल समेत देश के शीर्ष सुरक्षा और खुफिया प्रमुखों ने बर्दवान में विस्फोट मामले को लेकर सोमवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ चर्चा की. इस दौरान ममता ने आतंकवाद से लड़ने में केंद्र को पूरे सहयोग का भरोसा दिया और मिलकर काम करने का वादा किया.
ममता और सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुखों की एक घंटे से अधिक समय की मुलाकात के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय में विशेष सचिव प्रकाश मिश्रा ने कहा, हमने मुख्यमंत्री के साथ इस मुद्दे पर चर्चा की. मुख्यमंत्री ने आतंकवाद से लड़ने में हमें पूरा सहयोग देने और मिलकर काम करने का भरोसा दिया है. डोभाल, मिश्रा, एनएसजी के महानिदेशक जेएन चौधरी और केंद्र के दो वरिष्ठ खुफिया अधिकारियों ने मुख्यमंत्री के साथ पहली मुलाकात की.
राज्य के मुख्य सचिव संजय मित्रा, गृह सचिव बासुदेब बनर्जी, राज्य के पुलिस महानिदेशक जीएमपी रेड्डी और कोलकाता के पुलिस आयुक्त सुरजीत कर पुरकायस्थ भी बाद में इस बैठक में शामिल हुए. डोभाल ने मीडिया से बातचीत नहीं की. मिश्रा ने कहा कि सरकार ने बर्दवान विस्फोट को गंभीरता से लिया है और इसे ह्यआतंकवाद का मुद्दाह्ण करार दिया. उन्होंने कहा कि बर्दवान विस्फोट की जांच को तार्किक परिणति तक पहुंचाया जायेगा तथा केंद्र और राज्य आतंकवाद विरोधी लड़ाई के मुद्दे पर मिलकर काम करेंगे. मिश्रा ने कहा, केंद्र और राज्य दोनों के बहुत वरिष्ठ अधिकारी यहां मौजूद हैं. हमने इस मुद्दे पर मिलकर काम करने का संकल्प लिया है.
* नेपाल बॉर्डर से दबोचा गया शेख यूसुफ
कोलकाता पुलिस की एसटीएफ ने भारत-नेपाल सीमा से बर्दवान विस्फोट मामले में शेख यूसुफ को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है. एनआइए अधिकारियों को जांच में शेख युसूफ के नाम की जानकारी मिली थी. यूसुफ पर सिमुलिया मदरसा में आपराधिक शिविर चलाने का आरोप है. उसे एनआइए को सौंप दिया गया है.
बताया जा रहा है कि एसटीएफ को यूसुफ के नेपाल सीमा पर होने की जानकारी मिली थी. जिसके आधार पर गुप्त तरीके से उसे हिरासत में ले लिया गया. एसटीएफ की तरफ से यूसुफ को एनआइए के हवाले कर दिया गया. हालांकि पूरे मामले में एसटीएफ की तरफ से इस तरह के किसी भी गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की है. बताया जा रहा है कि इस संवेदनशील मामले के कारण एनआइए अधिकारी प्राथमिक पूछताछ के बाद यूसुफ के अन्य साथियों को दबोचने के बाद ही गिरफ्तारी की पुष्टि करेंगे.
* जेएमबी के 25-30 मॉड्यूल देश में मौजूद
बर्दवान विस्फोट में जांचकर्ताओं का मानना है कि जमात उल मुजाहिद्दीन बांग्लादेश (जेएमबी) के 25-30 माड्यूलों के देश भर में मौजूद होने की आशंका है, विशेषतौर पर बंगाल, असम और दक्षिण भारत में. जांच के दौरान एनआइए ने पाया कि आतंकी संगठन ठिकाना तैयार कर लोगों की भरती की कोशिश कर रहे हैं.
बर्दवान का माड्यूल बांग्लादेश को आइइडी की छह खेप भेजने में कामयाब हुआ. जिसका इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों के लिए किया जाना है. जांचकर्ता यह पता लगाने का प्रयास कर रहे कि बर्दवान में पाये गये विस्फोटक क्या विशिष्ट तौर पर बांग्लादेश के लिए थे या उन्हें भारत में कहीं अन्य इस्तेमाल किया जाना था.