केंद्रीय विद्यालय के छात्र ‘अतिरिक्त’ विषय के तौर पर पढ़ सकेंगे जर्मन

नयी दिल्ली. तीसरी भाषा के रूप में जर्मन को संस्कृत से बदलने के निर्देश के कुछ ही दिन बाद सरकार ने कहा है कि इस विदेशी भाषा को पढ़ने के इच्छुक छात्र ‘अतिरिक्त’ विषय के रूप में इसका अध्ययन कर सकते हैं और इसकी पढ़ाई के लिए नियुक्त शिक्षकों की सेवाएं जारी रहेंगी. एक आदेश […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 19, 2014 10:03 PM

नयी दिल्ली. तीसरी भाषा के रूप में जर्मन को संस्कृत से बदलने के निर्देश के कुछ ही दिन बाद सरकार ने कहा है कि इस विदेशी भाषा को पढ़ने के इच्छुक छात्र ‘अतिरिक्त’ विषय के रूप में इसका अध्ययन कर सकते हैं और इसकी पढ़ाई के लिए नियुक्त शिक्षकों की सेवाएं जारी रहेंगी. एक आदेश जारी किया गया है, जिसके अनुसार छठी से आठवीं कक्षा के छात्रों ने तीसरी भाषा के रूप में जर्मन में अब तक जो ग्रेड हासिल किए हैं उन्हें तीसरी भाषा के सकल वार्षिक आकलन में जोड़ा जायेगा. आदेश के अनुसार, ‘एतद्द्वारा स्पष्ट किया जाता है कि जर्मन (विदेशी) भाषा की पढ़ाई करने वाले छठी से आठवीं कक्षा के जो छात्र अतिरिक्त विषय अथवा हॉबी क्लास के रूप में इसकी पढ़ाई जारी रखना चाहेंगे, उनके लिए इसकी पढ़ाई जारी रहेगी.’ केंद्रीय विद्यालय द्वारा दो दिन पूर्व जारी किये गये परिपत्र के अनुसार, ‘इसलिए जर्मन भाषा पढ़ाने के लिए अनुबंध के आधार पर भरती किये गये शिक्षकों की सेवाएं भी मौजूदा नियम और शर्तों के अनुरूप जारी रहेंगी.’

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