सीबीआइ ने मंत्री व तृणमूल सांसद से की पूछताछ
कोलकाता. इससे पहले, सीबीआइ की विशेष अपराध शाखा ने सारधा घोटाला मामले में शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के कपड़ा मंत्री श्यामपद मुखर्जी और तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य श्रृंजय बोस से पूछताछ की. समन मिलने के बाद मुखर्जी और बोस शुक्रवार सुबह यहां सीबीआइ कार्यालय में एजेंसी के अधिकारियों के सामने पेश हुए. घोटाले के […]
कोलकाता. इससे पहले, सीबीआइ की विशेष अपराध शाखा ने सारधा घोटाला मामले में शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के कपड़ा मंत्री श्यामपद मुखर्जी और तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य श्रृंजय बोस से पूछताछ की. समन मिलने के बाद मुखर्जी और बोस शुक्रवार सुबह यहां सीबीआइ कार्यालय में एजेंसी के अधिकारियों के सामने पेश हुए. घोटाले के मामले में सीबीआइ ने राज्य के परिवहन मंत्री मदन मित्रा को भी शुक्रवार को पेश होने के लिए कहा था. महानगर शहर के एक निजी क्लीनिक में कुछ समय तक भरती रहने के बाद गुरुवार को उन्हें सरकारी एसएसकेएम अस्पताल में भरती कराया गया. यह पूछे जाने पर कि मित्रा के मामले में सीबीआइ क्या करेगी, एजेंसी के एक सूत्र ने बताया : हम सीआरपीसी में बताये गये प्रावधानों का पालन करेंगे. मुखर्जी ने सारधा समूह के प्रमुख सुदीप्त सेन को कथित तौर पर एक सीमेंट कंपनी के शेयर बेचे थे. सेन के खिलाफ सीबीआइ ने आरोपपत्र दाखिल किया है. सीबीआइ अधिकारियों को शेयर हस्तांतरण में कुछ अनियमितता मिली, जिसपर स्पष्टीकरण के लिए उन्हें एजेंसी के समक्ष पेश होने के लिए कहा गया था. बांग्ला दैनिक के मालिक बोस का सेन के साथ कारोबारी लेन देन था. सीबीआइ कार्यालय में प्रवेश करने से पहले उन्होंने संवाददाताओं से कहा : मुझसे गवाह के तौर पर बयान दर्ज कराने के लिए कहा गया है. एक जिम्मेदार नागरिक के तौर पर मैं एजेंसी के साथ सहयोग करूंगा और मेरी तरफ से कुछ गलत नहीं हुआ. सीबीआइ ने तृणमूल कांग्रेस के पूर्व सांसद सोमेन मित्रा को अधिकारियों के समक्ष पूछताछ के लिए भी समन किया था. मित्रा अब फिर से कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं.