सर्विस टैक्स की वर्तमान चुनौतियों पर चर्चा
फोटो स्कैनर में हैकोलकाता. किसी भी सरकार के आय का मुख्य साधन आयकर होता है और उसकी वसूली के लिए सरकार ने एक केंद्रीय स्तर पर आयकर विभाग बना रखा है. लाजमी है कि जब देश की आर्थिक उन्नति होगी तो जनता के आय में बढ़ोतरी होगी और साथ ही साथ सरकार की भी आमदनी […]
फोटो स्कैनर में हैकोलकाता. किसी भी सरकार के आय का मुख्य साधन आयकर होता है और उसकी वसूली के लिए सरकार ने एक केंद्रीय स्तर पर आयकर विभाग बना रखा है. लाजमी है कि जब देश की आर्थिक उन्नति होगी तो जनता के आय में बढ़ोतरी होगी और साथ ही साथ सरकार की भी आमदनी बढ़ेगी. उक्त बातें मंगलवार को एमसीसी मर्चेंट ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के सभा कक्ष में आयोजित रिसेंट चेंज इन सर्विस टैक्स सिनेरियों-प्रॉस्पेक्टस एंड चैलेंज के परिचर्चा में बोलते हुए सर्विस टैक्स कमिश्नर, कोलकाता आइ आर एस मेट्टा रामाराव ने कहीं. मुख्य वक्ता के तौर पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि आयकर या किसी भी मद में होने वाली आमदनी का एक बड़ा हिस्सा देश के आर्थिक और सामाजिक विकास मंे खर्च होता है. इस दौरान एमसीसी मर्चेन्ट ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष अरुण कुमार सराफ ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए कहा कि आज सर्विस टैक्स को लेकर आम जनता में काफी भ्रम की स्थिति है. हम चाहते हैं कि आम लोग इस कार्यक्रम के माध्यम से सर्विस टैक्स व उससे जुड़ी विभिन्न जानकारियां प्राप्त करें. इस दौरान आइ आर एस श्री रामाराव ने सर्विस टैक्स को और फ्रेंडली बनाने संबंधी कई उपाय बताते हुए लोगों के प्रश्नों का उत्तर दिया. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विभिन्न सर्विस सेक्टर्स और व्यवसाय से जुड़े लोगों ने हिस्सा लिया. कार्यक्रम के अंत में सुशील गोयल ने उपस्थित लोगों को धन्यवाद दिया.