बीरभूम : 20 हजार डेटोनेटर 15 हजार जिलेटिन स्टिक जब्त
झारखंड और पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले की सीमा के पास रामपुरहाट थाना इलाके के हस्तीकड़ा जंगल में मंगलवार को एक सूचना के बाद बीरभूम जिला प्रवर्तन विभाग (इंफोर्समेंट ब्रांच) ने छापामारी अभियान चलाकर एक परित्यक्त घर से भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया
बीरभूम जिला पुलिस जुटी जांच में
पुलिस को संदेह- विस्फोटकों को बांग्लादेश भेजे जाने की थी साजिश
प्रतिनिधि, बीरभूम
झारखंड और पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले की सीमा के पास रामपुरहाट थाना इलाके के हस्तीकड़ा जंगल में मंगलवार को एक सूचना के बाद बीरभूम जिला प्रवर्तन विभाग (इंफोर्समेंट ब्रांच) ने छापामारी अभियान चलाकर एक परित्यक्त घर से भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया. विस्फोटकों में करीब 20 हजार डेटोनेटर और 15 हजार जिलेटिन की छड़ें मिली हैं. इन विस्फोटकों की बरामदगी के बाद जिला पुलिस भी सकते में आ गयी है. इतनी भारी मात्रा में जंगल के मध्य परित्यक्त घर से विस्फोटकों के मिलने के बाद हड़कंप मच गया है. विस्फोटकों को जंगल के अंदर एक पुराने परित्यक्त घर में रखा गया था.
मंगलवार की सुबह जिला प्रवर्तन विभाग की एक बड़ी टीम ने जंगल में छापेमारी की. जहां से करीब 20,000 डेटोनेटर और 15,000 जिलेटिन की छड़ें बरामद की गयीं. इतनी बड़ी मात्रा में विस्फोटक क्यों जमा किये गये थे? क्या बंगाल में विस्फोट करने की कोई साजिश थी? यह भी सवाल उठने लगे हैं. इसकी गुप्त सूचना प्रवर्तन विभाग को मिली थी. मंगलवार सुबह रामपुरहाट के हस्तीकाड़ा इलाके में बड़ी संख्या में फोर्स जंगल में दाखिल हुई. जंगल के अंदर एक छोटा सा परित्यक्त घर देखा गया. कमरे में घुसते ही अधिकारी हैरान रह गये. वहां विस्फोटकों को सजाकर पेटी में रखा गया था. जैसे ही उन बक्सों को खोला गया तो सबकी आंखें फटी की फटी रह गयीं. पेटी से डेटोनेटर और जिलेटिन की छड़ी निकलीं.
गौरतलब है कि इस दिन कुल 22 रोल जिलेटिन की छड़ें और छह बक्से में मौजूद डेटोनेटर बरामद हुए. रामपुरहाट में पत्थरों की कई खदानें हैं. कई जगहों पर अवैध ब्लास्टिंग कर पत्थर काटने का भी काम होता है. इन डेटोनेटरों और जिलेटिन की छड़ों को क्या इसी उद्देश्य से जमा किया गया था? इसकी भी जांच की जा रही है. लेकिन अवैध तरीके से इन्हें जमा करने पर सवाल उठ रहे हैं. इसमें कौन-कौन शामिल हैं? इतनी बड़ी मात्रा में विस्फोटक कहां से आया? यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है.
उक्त परित्यक्त कमरे की दीवार पर स्याही से दो नाम लिखे पाये गये हैं. एक नाम साधन कूड़े और दूसरा भजन कूड़े है.ये दोनों कौन हैं? क्या उनका संबंध इन विस्फोटक से है? जांच में कई और नाम सामने आये हैं. उनकी तलाश भी शुरू हो गयी है. स्थानीय सूत्रों से जांच अधिकारियों को पता चला कि वहां से विस्फोटक झारखंड के रास्ते मुर्शिदाबाद जाते थे. मुर्शिदाबाद से विस्फोटक बांग्लादेश पहुंचाये जाते थे. डीएसपी-डीइबी स्वपन चक्रवर्ती ने बताया कि बरामदगी के बाद जंगल में तलाशी अभियान भी चलाया गया.
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