मोदी ने की ‘स्मार्ट’ पुलिसिंग, मजबूत सूचना तंत्र की हिमायत
गुवाहाटी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘स्मार्ट’ पुलिसिंग की अवधारणा की हिमायत करते हुए रविवार को कहा कि देश के सुरक्षा घटकों का एक महत्वपूर्ण पहलू खुफिया सूचनाएं जुटाना है. उन्होंने कहा कि शहीद पुलिसकर्मियों का सम्मान तथा पुलिस कर्मियों का कल्याण सुनिश्चित किया जाना चाहिए. उन्होंने जोर दे कर कहा कि देश की सुरक्षा हथियारों […]
गुवाहाटी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘स्मार्ट’ पुलिसिंग की अवधारणा की हिमायत करते हुए रविवार को कहा कि देश के सुरक्षा घटकों का एक महत्वपूर्ण पहलू खुफिया सूचनाएं जुटाना है. उन्होंने कहा कि शहीद पुलिसकर्मियों का सम्मान तथा पुलिस कर्मियों का कल्याण सुनिश्चित किया जाना चाहिए. उन्होंने जोर दे कर कहा कि देश की सुरक्षा हथियारों पर नहीं बल्कि खुफिया सूचनाएं जुटाने पर निर्भर करती है.चाणक्य को उद्धृत करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘देश की सुरक्षा इस बात पर निर्भर नहीं करती कि कितने हथियार हैं और कितने लोग इनका उपयोग कर रहे हैं. देश की सुरक्षा खुफिया सूचनाएं जुटाने पर ज्यादा निर्भर करती है.’ मोदी ने खुफिया ब्यूरो (आइबी) द्वारा आयोजित पुलिस महानिदेशकों के 49 वें सालाना सम्मेलन में कहा ‘अगर खुफिया सूचनाएं जुटाने का तंत्र हथियारों से अधिक मजबूत है तो सशस्त्र लोगों और हथियारों का उपयोग प्राथमिक नहीं होता. सुरक्षा जुटाने का तंत्र सुरक्षा संबंधी जरुरतों का सर्वाधिक महत्वपूर्ण पहलू है. वही देश मजबूत होता है जिसके पास सूचनाएं जुटाने वाला सर्वश्रेष्ठ खुफिया तंत्र है.’ प्रधानमंत्री ने कहा कि वह ऐसा बल चाहते हैं जो कारगर तरीके से देश की कानून व्यवस्था की देखरेख कर सके.मोदी ने कहा ‘स्मार्ट (एसएमएआरटी) पुलिसिंग कहें तो ‘एस’ से मेरा तात्पर्य (स्ट्रक्टि) कठोर लेकिन संवेदनशील, ‘एम’ से तात्पर्य (मार्डन) आधुनिक एवं सचल, ‘ए’ से तात्पर्य (अलर्ट) सतर्क और जवाबदेह, ‘आर’ से तात्पर्य (रिलायबल) विश्वसनीय एवं प्रतिक्रियाशील तथा ‘टी’ से तात्पर्य (टैक्नो सैवी) प्रौद्योगिकी का जानकार और दक्ष है.’