एनआरएस हत्याकांड : अस्पताल प्रबंधन ने लापरवाही की बात स्वीकारी
-कहा, अस्पताल के अंदर कोई भी घटना की जिम्मेदारी से बच नहीं सकते अधिकारी-एपीडीआर को लिए एक पत्र में हॉस्टल के वाइस प्रिंसिपल ने किया खुलासाकोलकाता. एनआरएस अस्पताल में 28 वर्षीय युवक कोरपान साह की मौत पर लापरवाही की बात को स्वीकार करने से कोसो दूर रहने वाले अस्पताल प्रबंधन ने घटना के तकरीबन 25 […]
-कहा, अस्पताल के अंदर कोई भी घटना की जिम्मेदारी से बच नहीं सकते अधिकारी-एपीडीआर को लिए एक पत्र में हॉस्टल के वाइस प्रिंसिपल ने किया खुलासाकोलकाता. एनआरएस अस्पताल में 28 वर्षीय युवक कोरपान साह की मौत पर लापरवाही की बात को स्वीकार करने से कोसो दूर रहने वाले अस्पताल प्रबंधन ने घटना के तकरीबन 25 दिन बाद लापरवाही की बात स्वीकारी है. अस्पताल सूत्रों के मुताबिक हाल ही में प्रिंसिपल के इस्तीफे एपीडीआर द्वारा दिये गये एक पत्र के जवाब में अस्पताल प्रबंधन ने लापरवाही की बात स्वीकार की है. हॉस्टल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट सह वाइस प्रिंसिपल शेख अली इमाम ने पत्र में कहा है कि हॉस्टल के अंदर घटी इस निर्मम घटना का दायित्व अस्पताल प्रबंधन लेने से इनकार नहीं कर सकता है. प्रबंधन का ही यह दायित्व है. हॉस्टल के अंदर इस तरीके से एक व्यक्ति की हत्या हो जाती है. इसका दायित्व लेना अस्पताल प्रबंधन का दायित्व है, इससे वे इनकार नहीं कर सकते. वे सिर्फ हॉस्टल के वाइस प्रिंसिपल है, लिहाजा प्रिंसिपल मंजू बनर्जी का यह दायित्व है कि इसकी जिम्मेदारी ले. अस्पताल प्रबंधन द्वारा गठित जांच कमेटी की वह भी एक सदस्य है. लिहाजा इस बारे में वह हीं उचित निर्णय ले सकती है. पुलिस के तरफ से कहना है कि देर से ही हो, लेकिन अस्पताल प्रबंधन के किसी अधिकारी ने अंत में इसकी दायित्व को स्वीकार की. लेकिन अब तक वरिष्ठ अधिकारी इस मामले में दायित्व की बात से बचते आ रहे थे.