रोगी ने पेट में घोंपा चाकू

आसनसोल: कुमारपुर स्थित सूर्यसेन पार्क के पास चल रहे नशामुक्ति केंद्र में इलाजरत जेसी थापा (28) ने पेट में चाकू घोंप कर आत्महत्या का प्रयास किया. गंभीर हालत में उसे आसनसोल जिला अस्पताल में छोड .दिया गया. चिकित्सकों ने उसकी गंभीर हालत देख उसे बदर्वान मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (बीएमसीएच) में रेफर कर दिया है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 1, 2014 2:39 AM

आसनसोल: कुमारपुर स्थित सूर्यसेन पार्क के पास चल रहे नशामुक्ति केंद्र में इलाजरत जेसी थापा (28) ने पेट में चाकू घोंप कर आत्महत्या का प्रयास किया. गंभीर हालत में उसे आसनसोल जिला अस्पताल में छोड .दिया गया. चिकित्सकों ने उसकी गंभीर हालत देख उसे बदर्वान मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (बीएमसीएच) में रेफर कर दिया है.

उसकी मां रूपा थापा ने स्थानीय पुलिस को इसकी शिकायत दर्ज करायी है. उन्होंने इसके लिए नशामुक्ति केंद्र के कर्मियों को दोषी ठहराया है. अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (सेंट्रल) विश्वजीत घोष ने कहा कि शिकायत मिली है. रविवार की संध्या तक प्राथमिकी दर्ज नहीं हो सकी है. इसके बाद पुलिस जांच करेगी.

बेनाचिट्टी (दुर्गापुर) स्थित शालबागान निवासी रूपा थापा घर-घर में बर्तन धोने का कार्य करती है. उसका पुत्र जेसी थापा वाहन चालक है. दो वर्ष पूर्व जेसी थापा के पिता की मौत हो गयी थी. इसके बाद जेसी नशे की लत में पड़ गया, जिस कारण से अक्सर घर में झगड़ा होने लगा. उसकी मां को कुमारपुर में स्थित इस नशामुक्ति केंद्र की जानकारी मिली. डेढ़ माह पूर्व रूपा थापा ने नौ हजार रुपये जमा करा कर इस केंद्र में जेसी को भरती कराया. बुधवार को छह हजार रुपये फिर जमा किये. शनिवार को पुलिस के माध्यम से रूपा को सूचना मिली कि उनका पुत्र घायल है और जिला अस्पताल में भरती है. यहां आने पर पुलिस ने उन्हें बताया कि उनके पुत्र ने पुलिस में बयान दिया है कि उक्त केंद्र में कर्मी उसकी पिटाई करते थे, काम कराते थे और खाना भी ठीक से नहीं देते थे. शनिवार को भी उसकी बेरहमी से पिटाई हुई, जिस कारण से उसने पेट में चाकू घोंप कर आत्महत्या का प्रयास किया.

रूपा ने बताया कि उन्होंने 100 डायल में पुलिस को पूरे मामले की जानकारी दी है. केंद्र संचालकों पर आरोप लगाया कि उन्होंने अपने पुत्र को यहां ठीक होने के लिए भेजा था, लेकिन यहां के लोगों ने उसे मरने के लिए विवश कर दिया. अब उनका पुत्र जख्मी है और बचेगा कि नहीं, उन्हें पता नहीं. वे उक्त केंद्र के खिलाफ कार्रवाई की मांग पुलिस से करेगी.

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