टीबी की रोकथाम के लिए जरूरी है जागरूकता : चंद्रिमा

हावड़ा : टीबी बीमारी का इलाज संभव है समय रहते इसकी पहचान व सही इलाज से टीबी बीमारी से पूरी तरह से मुक्ति संभव है. देश से टीबी को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है. टीबी की रोकथाम के लिए राज्य सरकार जागरूक योजना शुरू करने जा रही है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 4, 2014 10:02 PM

हावड़ा : टीबी बीमारी का इलाज संभव है समय रहते इसकी पहचान व सही इलाज से टीबी बीमारी से पूरी तरह से मुक्ति संभव है. देश से टीबी को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है. टीबी की रोकथाम के लिए राज्य सरकार जागरूक योजना शुरू करने जा रही है. इस योजना का शुभारंभ राज्य में सबसे पहले हावड़ा जिला से करने का निर्णय लिया गया है. उक्त बातें स्वास्थ्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने शरत सदन सभागार में स्वास्थ्य विभाग की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में कहीं. अपने संबोधन में श्रीमती भट्टाचार्य ने कहा कि जागरूकता के अभाव में टीबी के मरीजों की संख्या दिन पर दिन बढ़ रही है. आम लोगों में टीबी के बारे में जागरूकता की कमी के कारण ही आज राज्य में टीबी पीडि़तों की संख्या 30 लाख तक पहुंच गयी है. श्रीमती भट्टाचार्य ने कहा सरकार इस बीमारी को पूरी तरह से खत्म करना चाहती है. आम लोगों को जागरूक करने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को नियुक्त किया गया है. ये कर्मी ब्लॉक स्तर पर घर-धर पहुंच लोगों को टीबी के बारे में जागरूक करेंगे. साथ ही इस रोग के लक्षण व बचाव के उपाय के साथ ही चिकित्सकीय परामर्श व सरकारी क्लिनिक पर नि:शुल्क उपलब्ध दवाओं के बारे में भी बताया जायेगा. उन्होंने बताया कि हावड़ा के बाद इस योजना को जल्द ही राज्य के बाकी जिलों में भी चलाया जायेगा. सभा में मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी देवाशीष राय व अन्य मौजूद रहे.

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