लड़ाई अब दिल्ली से है : गुरुंग
गोरखालैंड शब्द वाले दस्तावेज पर मंत्रियों के मिल गये हस्ताक्षर दार्जिलिंग : बंगाल के साथ हमारा कोई लड़ाई-झगड़ा नहीं है. बंगाल से हम लोगों को गोरखालैंड शब्द लेना था, जो हमने प्राप्त कर लिया है और गोरखालैंड शब्द लिखे दस्तावेजों पर राज्य के गृहमंत्री से लेकर केंद्रीय गृहमंत्री व देश के राष्ट्रपति ने भी हस्ताक्षर […]
गोरखालैंड शब्द वाले दस्तावेज पर मंत्रियों के मिल गये हस्ताक्षर
दार्जिलिंग : बंगाल के साथ हमारा कोई लड़ाई-झगड़ा नहीं है. बंगाल से हम लोगों को गोरखालैंड शब्द लेना था, जो हमने प्राप्त कर लिया है और गोरखालैंड शब्द लिखे दस्तावेजों पर राज्य के गृहमंत्री से लेकर केंद्रीय गृहमंत्री व देश के राष्ट्रपति ने भी हस्ताक्षर कर दिया है.
इसलिए अब हमारी लड़ाई बंगाल के साथ नहीं बल्कि दिल्ली के साथ है. ये बातें मोरचा सुप्रीमो विमल गुरुंग ने कही. वह रविवार को शहर में मोरचा केंद्रीय कमेटी की जनसभा को संबोधित कर रहे थे.
जनसभा को संबोधित करते हुए गुरुंग ने कहा कि गोजमुमो भाजपा व एनडीए सरकार का घटक दल है. संसद के शीतकालीन अधिवेशन के दौरान कोई समस्या न हो इसलिए मोरचा ने दिल्ली में धरना कार्यक्रम को फिलहाल स्थगित कर दिया है. धरना प्रदर्शन आगामी फरवरी महीने में किया जायेगा. उन्होंने जनता को संबोधित करते हुए आगे कहा कि जनता को फिक्र करने की कोई बात नहीं है. मोरचा ने अपना लक्ष्य यथावत रखा है. मोरचा की नीति व सिद्धांत मारपीट व तोड़फोड़ करना नहीं है. मोरचा अपने स्थापना काल से ही गांधीवादी, गणतांत्रिक नीतियों से आगे बढ़ रहा है.
उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में केंद्रीय मंत्रीगण दार्जिलिंग भ्रमण पर आने वाले हैं. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी दार्जिलिंग आने का आमंत्रण दिया है. गुरुंग ने कहा कि वह नौ दिसंबर को वाराणसी जायेंगे. उन्होंने कहा कि अब से मोरचा के जितने भी कार्यक्रम होंगे, वे सभी दिल्लीमुखी होंगे.
उन्होंने कहा कि आगामी जनवरी व फरवरी में राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दार्जिलिंग आ रही हैं. उनका जोरदार स्वागत किया जायेगा. जिला प्रशासन के प्रति भड़ास निकालते हुए गुरुंग ने कहा कि जिला प्रशासन जीटीए व राज्य सरकार के बीच का सुंदर संबंध बिगाड़ने की कोशिश कर रहा है. जो ठीक नहीं है. उन्होंने जिला प्रशासन से इस तरह का कामकाज बंद करने की अपिल की.
उन्होंने सभा में असम हथियार कांड में लिप्त युवा मोरचा के केंद्रीय वरिष्ठ नेता व तकदाह एवं ग्लेनवर्ण ब्लॉक के जीटीए सभासद संजय थुलुंग को पार्टी से निष्कासित किये जाने की जानकारी दी. उन्होंने आगामी 26 दिसंबर से 28 दिसंबर तक दार्जिलिंग में पूजा-पाठ कराये जाने की जानकारी दी. सभा में विजय राई, छिरींग दहाल व डॉ हर्क बहादुर छेत्री ने भी अपनी बातें रखीं.
भाजपा के शासनकाल में बनेगा गोरखालैंड : रोशन गिरि
दार्जिलिंग. भाजपा के शासनकाल में अलग राज्य गोरखालैंड का गठन हो सकता है. यह कहना है मोरचा महासचिव रोशन गिरि का. आज स्थानीय मोटर स्टैंड पर गोजमुमो केंद्रीय कमेटी के तत्वावधान में विशाल जनसभा का आयोजन किया गया. जनसभा को संबोधित करते हुए रोशन गिरि ने कहा कि 2009 में 15वां लोकसभा चुनाव में दार्जिलिंग लोकसभा क्षेत्र से मोरचा ने भाजपा का समर्थन किया था. भाजपा ने भारतीय गोरखाओं की सौ साल पुरानी मांग गोरखालैंड पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया था. साथ ही भाजपा ने अपने चुनाव सूची में भी गोरखालैंड मुद्दे को शामिल किया था.
गोरखालैंड समर्थकों ने भाजपा उम्मीदवार जसवंत सिंह को भारी मतों से विजयी बनाया था, लेकिन उस वक्त केंद्र में भाजपा की सरकार नहीं बन पायी. 16वें लोकसभा चुनाव में भी मोरचा ने भाजपा का समर्थन किया और एसएस अहलुवालिया को विजयी बनाया. रोशन गिरि ने कहा कि केंद्र में भाजपा की सरकार बनते ही मोरचा सुप्रीमो विमल गुरुंग केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के साथ मुलाकात कर गोरखालैंड मुद्दे पर चरचा कर चुके हैं. केंद्र सरकार अब गोरखालैंड मुद्दे को नजदीक से जान चुकी है. केंद्रीय गृहमंत्री ने गोरखालैंड मुद्दे पर कमेटी गठित करने का भरोसा भी दिलाया है. इस बार गोरखाओं का गोरखालैंड का सपना साकार होने का दावा रोशन गिरि ने किया.