राज्य सचिवालय में रही सरगरमी
कोलकाता. शुक्रवार को राज्य सचिवालय में सुबह से ही सारधा मामले में मदन मित्र की सीबीआइ के सामने पेश होने को लेकर माहौल काफी गरम थीं. यहां कार्य कर रहे कर्मचारी व अधिकारियों में भी मामले को लेकर काफी उत्सुकता थी. शुक्रवार को राज्य सचिवालय में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में कैबिनेट की बैठक […]
कोलकाता. शुक्रवार को राज्य सचिवालय में सुबह से ही सारधा मामले में मदन मित्र की सीबीआइ के सामने पेश होने को लेकर माहौल काफी गरम थीं. यहां कार्य कर रहे कर्मचारी व अधिकारियों में भी मामले को लेकर काफी उत्सुकता थी. शुक्रवार को राज्य सचिवालय में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में कैबिनेट की बैठक हुई और बैठक के बाद करीब चार बजे के करीब राज्य के ग्रामीण विकास व पंचायत मंत्री सुब्रत मुखर्जी, परिषदीय मंत्री पार्थ चटर्जी व शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम संवाददाताओं को संबोधित करने पहुंचे थे, उसी समय परिवहन मंत्री के गिरफ्तार होने की खबर प्रकाश में आयी. मुख्यमंत्री के आदेश पर तीनों मंत्री तीनों मंत्री संवाददाता सम्मेलन को छोड़ कर सीएम के पास पहुंचे. इसके बाद सीएम ने उनके साथ बैठक की और फिर सीएम ने सभी संवाददाताओं को अपने पास बुलाया, लेकिन कुछ दिन पहले राज्य सचिवालय में फरमान जारी किया गया था कि वहां बने प्रेस कॉर्नर के अलावा पत्रकार और कहीं नहीं जा सकते हैं. अगर उनको कहीं घूमते हुए देखा गया तो उन्हें गिरफ्तार भी किया जा सकता है, इसलिए पत्रकारों ने सीएम से प्रेस कॉर्नर में आकर संवाददाताओं से बात करने को कहा, लेकिन वह नहीं आयीं और फिर से सुब्रत मुखर्जी, पार्थ चटर्जी व फिरहाद हकीम प्रेस कॉर्नर पहुंचे और संवाददाताओं से बात की. हालांकि शुक्रवार को सुबह से ही कर्मचारियों की निगाहें टीवी पर ही टिकी हुई थीं और परिवहन मंत्री की गिरफ्तारी की खबर के बाद राज्य सचिवालय में हड़कंप सा मच गया.