राज्य में घुसे 100 माओवादी

कोलकाता: देश के विभिन्न राज्यों में पिछले कुछ दिनों में माआवोदियों की गतिविधियां काफी बढ़ी हैं. पहले छत्तीसगढ़, उसके बाद बिहार और फिर झारखंड में जिस प्रकार से माओवादियों ने सरेआम हमला कर कहर बरपाया है, ऐसे में अब बंगाल सरकार की आंखों की नींद भी उड़ गयी है. अगले कुछ दिनों में यहां पंचायत […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:56 PM

कोलकाता: देश के विभिन्न राज्यों में पिछले कुछ दिनों में माआवोदियों की गतिविधियां काफी बढ़ी हैं. पहले छत्तीसगढ़, उसके बाद बिहार और फिर झारखंड में जिस प्रकार से माओवादियों ने सरेआम हमला कर कहर बरपाया है, ऐसे में अब बंगाल सरकार की आंखों की नींद भी उड़ गयी है.

अगले कुछ दिनों में यहां पंचायत चुनाव होना है. केंद्र सरकार द्वारा भेजी गयी रिपोर्ट के अनुसार, पंचायत चुनाव के दौरान माओवादी बंगाल के जंगल महल क्षेत्र में हिंसक घटनाओं को अंजाम दे सकते हैं. विभिन्न राज्यों में हमला करने के बाद माओवादियों का टार्गेट अब बंगाल है.

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, बंगाल में 100 से अधिक माओवादी प्रवेश कर चुके हैं, जो पश्चिम मेदिनीपुर, पुरुलिया व बांकुड़ा जिले में डेरा डाले हुए हैं. इनमें 30 महिला माओवादी भी हैं, जो पीपुल्स लिबरेशन गोरिल्ला आर्मी की सदस्य हैं. राज्य के खुफिया विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, ओड़िशा, छत्तीसगढ़ व झारखंड से आये माओवादी पश्चिम मेदिनीपुर के नयाग्राम, झाड़ग्राम, जामबनी, बेलपहाड़ी व बिनपुर क्षेत्र में फैले हुए हैं. साथ ही पुरुलिया जिले के बलरामपुर व बंदवान में भी माओवादी गतिविधियों देखी गयी हैं.

संगठन में शामिल हो रहे नये सदस्य
जानकारी के अनुसार, हिंसक घटनाओं को अंजाम देने के लिए ओड़िशा से माओवादी नेता कंचन भी यहां पहुंच चुका है. कंचन का स्क्वायड नयाग्राम क्षेत्र में फैला हुआ है. इसके अलावा जंगल महल में माओवादियों ने संगठन को मजबूत बनाने के लिए कई नये लोगों को शामिल किया है और उन्हें विभिन्न क्षेत्रों में संगठन का दायित्व दिया गया है. इसमें बेलपहाड़ी में दीपू, बिनपुर में निर्मल बेसरा, पुरुलिया के बलरामपुर में भुवनेश्वर, समीर व सम्राट संगठन का दायित्व संभाले हुए है. उधर, यह सूचना मिलने के बाद राज्य पुलिस ने सभी राजनीतिक पार्टियों को भी सतर्क कर दिया है.

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