ऑपरेशन के बिना भी हृदय का इलाज संभव

-इमामी फाउंडेशन के सहयोग से दो दिवसीय हृदय उपचार शिविर में 73 जोड़े हुए प्रशिक्षितकोलकाता. महानगर के सीएन राय रोड स्थित आनंदधाम में शनिवार को हृदय रोग उपचार कैंप में लोगों ने बिना किसी सर्जरी के हृदय रोग के इलाज के बारे में जानकारी प्राप्त की. इमामी फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित इस कैंप में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 13, 2014 11:02 PM

-इमामी फाउंडेशन के सहयोग से दो दिवसीय हृदय उपचार शिविर में 73 जोड़े हुए प्रशिक्षितकोलकाता. महानगर के सीएन राय रोड स्थित आनंदधाम में शनिवार को हृदय रोग उपचार कैंप में लोगों ने बिना किसी सर्जरी के हृदय रोग के इलाज के बारे में जानकारी प्राप्त की. इमामी फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित इस कैंप में डॉ विमल छाजेर ने लोगों को बिना ऑपरेशन के हृदय रोग को जड़ से समाप्त करने का उपाय बताया. उन्होंने बताया कि उनकी टीम लोगों को वैज्ञानिक नियोजित दिनचर्या का गुर सिखाती है. सुबह नौ बजे से शुरू होने वाली दिनचर्या में स्वस्थ व संतुलित आहार, योग व व्यायाम चर्चाओं तथा संपूर्ण हृदय शुद्धिकरण थेरेपी का मेल होता है. इस इलाज से जहां रोगी की थकान और छाती के भारीपन से होने वाली तकलीफ कम होने लगती है, वहीं एलोपैथिक दवाइयों की मात्रा भी धीरे-धीरे कम कर दी जाती है, जिससे हृदय शक्तिशाली बनता है. यह एक शल्य रहित उपचार है, जो साधारण तौर पर हृदय के ऑपरेशन में होने वाले खर्च से कई गुना काम पड़ता है. आम धारणा है कि हृदय रोग हो जाने पर बाईपास सर्जरी ही एकमात्र उपाय है, लेकिन अब शल्य रहित उपचार से पूर्ण रूप से दिल की बीमारी को दूर किया जा सकता है. कैंप के एक अधिकारी ने बताया कि इस उपचार पद्धति से अब तक 70 हजार से अधिक रोगियों का सफल उपचार किया जा चुका है. दो दिवसीय हृदय उपचार शिविर में 73 जोड़ों को हृदय शुद्धिकरण थेरेपी से प्रशिक्षित किया गया.

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