भारत में माइनिंग उद्योग से जुड़ना चाहती हैं पोलैंड की कंपनियां
कोलकाता : पोलैंड की खनन प्रौद्योगिकी कंपनियां लगभग चार दशकों के बाद एक बार फिर से भारतीय कोयला खनन क्षेत्र में उतरने की कोशिश कर रही हैं. उद्योग मंडल सीआइआइ (पूर्व) की खनन व खनिज उपसमिति के सदस्य आर पी रिटोलिया ने सोमवार को यह जानकारी दी. उन्होंने कह कि कोल इंडिया की तीन भूमिगत […]
कोलकाता : पोलैंड की खनन प्रौद्योगिकी कंपनियां लगभग चार दशकों के बाद एक बार फिर से भारतीय कोयला खनन क्षेत्र में उतरने की कोशिश कर रही हैं. उद्योग मंडल सीआइआइ (पूर्व) की खनन व खनिज उपसमिति के सदस्य आर पी रिटोलिया ने सोमवार को यह जानकारी दी. उन्होंने कह कि कोल इंडिया की तीन भूमिगत खानों में पोलैंड की कुछ प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल हुआ था, लेकिन 1970 के बाद चीजें आगे नहीं बढ़ीं. लेकिन अब वे नये सिरे से भारतीय बाजार में उतरने की कोशिश में हैं. भारत अगले पांच साल में अपने कोयला उत्पादन को दोगुना करने का लक्ष्य लेकर चल रहा है, ऐसे में पोलैंड की खनन उपकरण एवं प्रौद्योगिकी कंपनियां फिर से भारतीय कोयला खनन क्षेत्र में उतरने की कोशिश कर रही हैं. भारत में पोलैंड के वाणिज्य दूत तोमास्ज विसनिएवस्की ने कहा कि हम कोलकाता स्थित कोल इंडिया सहित कुछ भारतीय कंपनियों से पहले ही बातचीत कर रहे हैं.