पांच मछुआरों के मिले शव, दो लापता
कोलकाता. पांच दिनों से लापता सात मछुआरों में से पांच के शव बरामद हुए हैं, जबकि दो अभी भी लापता हैं. गौरतलब है कि 12 दिसंबर को बंगाल की खाड़ी में सुंदरवन के केंदो द्वीप के पास तूफान की चपेट में आकर एक ट्रॉलर उलट गया था. उस ट्रॉलर पर 10 मछुआरे सवार थे. तीन […]
कोलकाता. पांच दिनों से लापता सात मछुआरों में से पांच के शव बरामद हुए हैं, जबकि दो अभी भी लापता हैं. गौरतलब है कि 12 दिसंबर को बंगाल की खाड़ी में सुंदरवन के केंदो द्वीप के पास तूफान की चपेट में आकर एक ट्रॉलर उलट गया था. उस ट्रॉलर पर 10 मछुआरे सवार थे. तीन लोग पानी के एक टैंक को पकड़ कर तैरते रहे, जिन्हें अन्य मछुआरों ने बचा लिया था, जबकि सात लापता थे. उनकी तलाशी के लिए कोस्ट गार्ड की भी सहायता ली गयी थी. पश्चिम बंगाल संयुक्त मछुआरा संघ के अध्यक्ष जयकृष्णा हलदार ने बताया कि सोमवार शाम तक हमें पांच मछुआरों के शव मिल हैं. शवों को डायमंड हार्बर लाया गया और कानूनी प्रक्रिया के बाद परिजनों को सौंप दिया गया. कोस्ट गार्ड पर असहयोग का आरोप लगाते हुए श्री हलदार ने कहा कि कोस्ट गार्ड ने तलाशी अभियान तो चलाया, लेकिन अगर वे सही ढंग से सहयोग करते, तो अब तब सभी मछुआरों के शव मिल जाते. जब तक शव नहीं मिल जाता है, तब तक सरकार की ओर से परिजनों को हर्जाना नहीं मिलता है. दूसरी तरफ जिला पुलिस का कहना है कि अभी तक केवल चार मछुआरों के शव बरामद हुए हैं, तीन की तलाश की जा रही है. मरनेवालों में शांतनु प्रधान (23), रॉबिन दास (33), कालीपदा दास (27) एवं विभाष पायरा ( 27) शामिल हैं. ये सभी लोग दक्षिण 24 परगना के पाथरप्रतिमा ब्लॉक अंतर्गत सीतारामपुर गांव के निवासी थे और मछली पकड़ने के लिए बंगाल की खाड़ी में गये थे. गौरतलब है कि अगस्त में भी बंगाल की खाड़ी में एक ट्रॉलर उलट गया था, इस हादसे में भी सात मछुआरों की जान चली गयी थी.