रेलवे में एफडीआई लागू नहीं होने देंगे : ब्रह्म

कोलकाता. नयी सरकार भारतीय रेलवे को विदेशियों के हाथों बेचना चाहती है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कुछ कॉरपोरेट घराना के एजेंडे पर कार्य कर रहे हैं और उसी के तहत वे भारतीय रेलवे में 100 प्रतिशत एफडीआई को लागू करने का रास्ता तलाशने में लगे हुए हैं, लेकिन आज मैं पूर्व रेलवे मेंस यूनियन के जनरल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 18, 2014 8:02 PM

कोलकाता. नयी सरकार भारतीय रेलवे को विदेशियों के हाथों बेचना चाहती है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कुछ कॉरपोरेट घराना के एजेंडे पर कार्य कर रहे हैं और उसी के तहत वे भारतीय रेलवे में 100 प्रतिशत एफडीआई को लागू करने का रास्ता तलाशने में लगे हुए हैं, लेकिन आज मैं पूर्व रेलवे मेंस यूनियन के जनरल सेक्रेटरी की हैसियत से आप लोगों को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि कुछ भी हो जाये लेकिन जब तक इआरएमसी है, भारतीय रेलवे को कोई विदेशी पूंजी पतियों के हाथों बेच नहीं पायेगा. पूर्व रेलवे मुख्यालय फेयरी प्लेस में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए उक्त बातें ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के उपाध्यक्ष और पूर्व रेलवे मेंस यूनियन जनरल सेक्रेटरी एस के ब्रह्म ने कहीं. उन्होंने कहा कि आने वाला समय भारतीय कर्मचारियों के लिए काफी दु:खद होने वाला है. आने वाले कुछ महीने में ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन और पूर्व रेलवे मेंस यूनियन, देश के अन्य मजदूर संगठनों के साथ व्यापक स्तर पर विरोध प्रदर्शन, हड़ताल और दिल्ली में घेराव करने वाला हैं. श्री ब्रह्म ने बताया कि जब तक केंद्र सरकार रेलवे के निजीकरण के विचार को नहीं त्याग देती हमारी लड़ाई बंगाल से दिल्ली तक जारी रहेगी. इस दौरान प्रणव चट्टोपाध्याय ने केंद्र सरकार पर धर्म की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि देश में सभी धर्मों के लोग रहते हैं. कार्यक्रम में इआरएमसी के उपाध्यक्ष चपला चक्रवर्ती ने भी लोगों को संबोधित किया. कार्यक्रम में पूर्व रेलवे मेंस यूनियन के ब्रांच-1 के सेक्रेटरी करुण कांति मंडल के साथ संगठन के अन्य पदाधिकारियों और बड़ी संख्या में सदस्य मौजूद रहे.

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