कोलकाता: विक्टोरिया हाउस के सामने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की सभा को लेकर विवाद अभी थमा ही था कि अब फिर से एक नया विवाद पनपनेवाला है. कोलकाता नगर निगम वहां केवल तृणमूल कांग्रेस को सभा करने की इजाजत देनेवाला है. निगम के मासिक अधिवेशन में कांग्रेस पार्षद माला राय के एक प्रस्ताव का जवाब देते हुए मेयर शोभन चटर्जी ने कहा कि तीन स्थानों पर केवल तीन दलों व संगठनों को साल के तीन दिन सभा आयोजित करने की इजाजत मिलेगी.
इनमें 23 जनवरी को नेताजी की जयंती के अवसर पर रेड रोड पर स्थित नेताजी की मूर्ति के पास फारवर्ड ब्लॉक को सभा करने की इजाजत मिलेगी. अगस्त में सिद्ध कानु डहर (एस्प्लानेड इस्ट) में वाम दल कार्यक्रम करेंगे, जबकि 21 जुलाई को विक्टोरिया हाउस के सामने तृणमूल कांग्रेस को सभा करने की इजाजत मिलेगी. मेयर का तर्क है कि 21 जुलाई 1993 को तृणमूल कांग्रेस ने नो आइडेंटिटी नो वोट नामक एक आंदोलन छेड़ा था, जिसमें 13 लोग शहीद हुए थे.
उसी आंदोलन के कारण देशवासियों को वोटर पहचान पत्र मिला है. उस ऐतिहासिक दिन की याद में ही 21 जुलाई को प्रत्येक वर्ष हम लोग विक्टोरिया हाउस के सामने सभा करते आये हैं. श्री चटर्जी ने कहा कि महानगर सभाओं का शहर है. यहां सभा करने के लिए काफी जगह है. रानी रासमणि रोड, शहीद मीनार मैदान इत्यादि पर सभा व कार्यक्रम आयोजित करने की इजाजत पहले की तरह दी जाती रहेगी. मेयर ने बताया कि इस मुद्दे पर हम लोग पहले भी मेयर परिषद की बैठक में चर्चा कर चुके हैं. एक बार और इस विषय पर विचार विमर्श कर हम लोग प्रशासनिक फैसला लेंगे.
कांग्रेस ने की निंदा
मेयर के इस फैसले का कांग्रेस पार्षद दल की नेता माला राय ने तीखी निंदा करते हुए कहा कि यह अलोकतांत्रिक फैसला है, जो जोर-जबरदस्ती लादने का प्रयास किया जा रहा है.