कोलकाता: पश्चिम बंगाल में अपना परचम लहराने के लिए भाजपा का नेतृत्व जी जान से जुट गया है. इसके लिए पार्टी के आला नेताओं का बंगाल में आना शुरू हो गया है.
आगामी 23 से 30 दिसंबर तक राज्य में पार्टी की ओर से भ्रष्टाचार विरोधी सप्ताह मनाया जा रहा है. इसके तहत 23 को भाजपा का महाजुलूस निकलेगा, जो कॉलेज स्क्वायर से धर्मतल्ला तक जायेगा. इसमें सिद्धार्थ नाथ सिंह व सुरिंदर सिंह आहलुवालिया के अलावा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी हिस्सा लेंगे. नितिन गडकरी राज्य सरकार के साथ सड़क विस्तार के संबंध में भी चर्चा करेंगे.
हालांकि वह भाजपा के इस अभियान में भी शामिल होंगे. उधर सात जनवरी को केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली भी बंगाल आयेंगे. वह विभिन्न चेंबर ऑफ कॉमर्स, व्यापारियों आदि के साथ बैठक कर जीएसटी के संबंध में जानकारी देंगे. श्री सिन्हा का कहना था कि पूर्व में जीएसटी के लिए सहमति देने पर भी तृणमूल अब इससे मुकर रही है. श्री जेटली इस बाबत यहां के व्यापारियों को वास्तविकता से अवगत करायेंगे. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह आगामी एक व दो फरवरी को बंगाल आयेंगे. एक फरवरी को उनकी बर्दवान में सभा होगी. इस बार के दौरे में वह हर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के पूर्णकालीन कार्यकर्ता के साथ उनकी बैठक होगी.
दिल्ली में फिर सीएम को अपमानित होना पड़ा : राहुल
श्री सिन्हा ने कहा कि मुख्यमंत्री दिल्ली गयी थीं, लेकिन इस बार भी उन्हें अपमानित होना पड़ा. वह अन्य पार्टियों के नेताओं को सीबीआइ के खिलाफ एकजुट करना चाहती थी, लेकिन वह कामयाब नहीं हो सकी. राष्ट्रपति के साथ भी वह मुलाकात करना चाहती थी, लेकिन बड़ी मुश्किल से उन्हें मुलाकात का वक्त मिला. ममता को लगता है कि उन्हें मुसीबतों से अब केवल राष्ट्रपति ही बचा सकते हैं.
सभास्थल पर निगम के फैसले के बाद अदालत जायेगी भाजपा
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राहुल सिन्हा ने स्पष्ट किया है कि यदि महानगर में सभा स्थल के लिए नियम बनाने का निगम का फैसला विपक्षी पार्टियों के खिलाफ जाता है तो इसके खिलाफ भाजपा अदालत पर जा सकती है. श्री सिन्हा ने कहा कि कोलकाता नगर निगम के मेयर ने अपनी पार्टी की सुप्रीमो को खुश करने के लिए ऐसा कहा है. वह ऐसी कोशिशें कर रहे हैं कि विक्टोरिया हाउस के सामने केवल तृणमूल ही सभा कर सके. ऐसा हुआ तो भाजपा खामोश नहीं रहेगी. फैसले के खिलाफ वह अदालत जायेगी और जरूरत पड़ी तो सड़क पर उतरेगी.
यदि निगम फैसला करती है कि विक्टोरिया हाउस के सामने किसी राजनीतिक दल की सभा नहीं होगी तो भाजपा इसका स्वागत करेगी. लेकिन यदि फैसला होता है कि केवल तृणमूल सभा कर सकती है और कोई नहीं तो वह चुप नहीं बैठेंगे. श्री सिन्हा ने दावा किया कि विक्टोरिया हाउस के सामने भाजपा की विशाल सभा से तृणमूल कांग्रेस भयभीत हो गयी है. तृणमूल अपने इतिहास में कभी भी इतनी बड़ी सभा नहीं कर सकी थी. भाजपा का भी मानना है कि उस स्थान पर कोई सभा नहीं होनी चाहिए. मेयर को अयोग्य करार देते हुए उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी जिन लोगों को पार्टी में लेकर राजनीति कर रही हैं उनकी स्वीकार्यता नहीं है. मदन मित्रा को जेल हिरासत में भेजे जाने के संबंध में उन्होंने कहा कि मदन ने माकपा के जिन नेताओं के नाम लिये हैं उनकी भी जांच होनी चाहिए. सीबीआइ को मामले से जुड़े सभी स्थानों पर पहुंचना चाहिए.