जीवन का जयगान करते थे रवींद्रनाथ : डॉ सुजीत बोस

– प्रभात खबर, कोलकाता के संपादक तारकेश्वर मिश्रा को यंग जर्नलिस्ट अवॉर्ड ऑफ एक्सिलेंस से सम्मानित -एक हजार छात्र-छात्राओं को भाषकर और विशारद की उपाधि दी गयी.कोलकाता. गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर कहते थे कि कला इनसान की रचनात्मक आत्मा के यथार्थ की पुकार के प्रति प्रतिक्रि या है. गुरुदेव ने संगीत के माध्यम से जीवन का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 21, 2014 9:02 PM

– प्रभात खबर, कोलकाता के संपादक तारकेश्वर मिश्रा को यंग जर्नलिस्ट अवॉर्ड ऑफ एक्सिलेंस से सम्मानित -एक हजार छात्र-छात्राओं को भाषकर और विशारद की उपाधि दी गयी.कोलकाता. गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर कहते थे कि कला इनसान की रचनात्मक आत्मा के यथार्थ की पुकार के प्रति प्रतिक्रि या है. गुरुदेव ने संगीत के माध्यम से जीवन का जयगान करते हुए भारत को विश्व पटल पर स्थापित किया था. अपने संगीत से उन्होंने विश्व मानवता का संदेश देते हुए कहा था कि दुनिया में तो सभी जीते हैं लेकिन उस व्यक्ति का जीना ही जीना कहा जा सकता है जो इस दुनिया से प्रेम करता है. कला ऐसी विद्या है जिससे व्यक्ति खुद को उजागर करता है, कलाकृति को नहीं. उक्त बातें शनिवार को महानगर के महानायक उत्तम मंच में प्राचीन कला केंद्र, चंडीगढ़ के वार्षिक दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए विश्वभारती विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ सुजीत बोस ने कहीं. समारोह में महानगर की चार बड़ी हस्तियों को सम्मानित किया गया. प्रभात खबर, कोलकाता के संपादक तारकेश्वर मिश्रा को यंग जर्नलिस्ट अवॉर्ड ऑफ एक्सिलेंस से नवाजा गया. साथ ही क्लासिकल गायिका सुनंदा पटनायक, भारत नाट्यम व्याख्याता थंकामणि कुट्टी व प्रख्यात गायक सुबीर सेन को सम्मानित किया गया. इस दौरान एक हजार छात्र-छात्राओं को भाष्कर और विशारद की उपाधि प्रदान की गयी.सुबह 11 बजे से शुरू इस समारोह के दोपहर बाद सत्र में मणिपुरी नृत्यांगना गुरु देबजानी चालीया बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहीं, जबकि शाम के सत्र में सुनंदा पटनायक, पंडित विश्व मोहन भट्टाचार्य, मीना बनर्जी ने संगीत की प्रस्तुति दी. इस दौरान कार्यक्रम में कला केंद्र चंडीगढ़ के सचिव सजल कोसेर व रजिस्ट्रार डॉ शोभा कोसेर मौजूद रहे.

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