याद किये गये सत्यजीत राय
कोलकाता: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में गुरुवार को राइटर्स बिल्डिंग में कालजयी फिल्मकार सत्यजीत रे की 92वीं जयंती मनायी गयी. इस अवसर पर दिवंगत सत्यजीत रे के पुत्र व फिल्म निर्देशक संदीप राय भी उपस्थित थे. सुश्री बनर्जी ने दिवंगत फिल्मकार के चित्र पर माल्यार्पण किया. मौके पर सत्यजीत की फिल्म गुपी गाइन बाघा […]
कोलकाता: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में गुरुवार को राइटर्स बिल्डिंग में कालजयी फिल्मकार सत्यजीत रे की 92वीं जयंती मनायी गयी. इस अवसर पर दिवंगत सत्यजीत रे के पुत्र व फिल्म निर्देशक संदीप राय भी उपस्थित थे.
सुश्री बनर्जी ने दिवंगत फिल्मकार के चित्र पर माल्यार्पण किया. मौके पर सत्यजीत की फिल्म गुपी गाइन बाघा बाइन फिल्म में संगीत देनेवाले गायक व तृणमूल कांग्रेस के विधायक अनूप घोषाल ने कुछ चुनिंदा फिल्मों के गीत गाये. भारत के एकमात्र ऑस्कर पुरस्कार विजेता फिल्मकार सत्यजीत राय को उनकी 92वीं जयंती के मौके पर याद किया गया. इस वर्ष भी इस महान फिल्मकार के लेफ्रॉय रोड स्थित निवास स्थान पर उनके करीबी श्रद्धांजलि देने पहुचे. पर साल दर साल उनके करीबी लोगों के यहां आने की संख्या कम होती जा रही है.
गुरुवार दिवंगत सत्यजीत राय की 92वीं जयंती के मौके पर सबसे पहले उनके घर पर आनेवालों में दादासाहेब फाल्के पुरस्कार विजेता अभिनेता सौमित्र चटर्जी थे. उन्होंने 1959 में सत्यजीत राय की फिल्म अपूर संसार से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी. सौमित्र चटर्जी के बाद अभिनेता अरिंदम सील भी पहुंचे. मौके पर अपने पिता के करीबी रहे रवि घोष, कामू मुखर्जी और हराधन बंद्योपाध्याय जैसे अभिनेताओं के जीवित न रहने पर अफसोस जाहिर करते हुए सत्यजीत राय के बेटे व निर्देशक संदीप राय ने कहा कि हराधन काकू हमारे परिवार के सदस्य की तरह थे.
हर साल आज के दिन वह जरूर आते थे. वह मेरे पिता के साथ बिताये गये दिनों को याद कर भावुक हो जाते थे. पर अब वह भी हमारे साथ नहीं हैं. संदीप राय ने कहा कि वह अपने पिता की रचना, साइंस विजार्ड प्रोफेसर शोंकू पर 2015 तक एक फिल्म का निर्माण बनायेंगे. उन्होंने कहा : मैं दो साल में फिल्म बनाऊंगा. बाबा शोंकू को परदे पर नहीं ला पाये, मैं उनकी यह इच्छा पूरी करूंगा.