कोलकाता: सारधा घोटाले की जांच तेज करने तथा दोषियों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर वाममोरचा नेताओं ने सोमवार को नयी दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व वाममोरचा चेयरमैन बिमान बसु ने किया. प्रतिनिधिदल में सीताराम येचुरी, आरएसपी नेता व पूर्व सांसद अवनी राय, पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता डॉ सूर्यकांत मिश्र, माकपा नेता पल्लव सेनगुप्ता और फॉरवर्ड ब्लाक के विधायक अली इमरान रम्ज शामिल थे.
प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौंपने के बाद बसु ने संवाददाताओं को बताया कि सारधा चिटफंड मामले में तीन एम पर आरोप लगे हैं. मदन मित्रा को गिरफ्तार किया गया है. अब ममता बनर्जी और मुकुल राय से भी पूछताछ होनी चाहिए.
इस मामले की त्वरित जांच होनी चाहिए, ताकि दोषियों को सजा मिल सके. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में 186 चिटफंड कंपनियों ने घपले किये हैं. राज्य सरकार की अकर्मणता के कारण इन पर कार्रवाई नहीं हो रही है. केंद्रीय एजेंसी सेबी, एसएफआइओ, सीबीआइ और इडी इस मामले की जांच करे.
उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश व निगरानी में चिटफंड मामले की कुछ जांच आगे बढ़ी है, लेकिन यह अपर्याप्त है. सर्वोच्च न्यायालय ने विस्तृत साजिश की बात कही है, लेकिन इसके दोषियों को तभी सजा मिलेगी, जब ओड़िशा, असम, त्रिपुरा आदि राज्यों में भी समान रूप से जांच हो. आरोपियों ने जिन लोगों के नाम लिये हैं. उनसे पूछताछ हो और दोषियों को सजा मिले.