गडकरी ने दिया राज्य में सत्ता परिवर्तन का संकेत, कहा – बंगाल में भी आयेंगे अच्छे दिन

कोलकाता: भाजपा नेता व केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि बंगाल के भी अच्छे दिन आनेवाले हैं. राज्य में सत्ता परिवर्तन का संकेत देते हुए उन्होंने कहा कि वाम मोरचा ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर अत्याचार किया. राज्य की मौजूदा तृणमूल सरकार भी वही कर रही है, लेकिन कार्यकर्ता डटे हैं. बंगाल के लिए अब […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 24, 2014 5:46 AM

कोलकाता: भाजपा नेता व केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि बंगाल के भी अच्छे दिन आनेवाले हैं. राज्य में सत्ता परिवर्तन का संकेत देते हुए उन्होंने कहा कि वाम मोरचा ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर अत्याचार किया. राज्य की मौजूदा तृणमूल सरकार भी वही कर रही है, लेकिन कार्यकर्ता डटे हैं. बंगाल के लिए अब दिल्ली दूर नहीं है. जहां कीचड़ होता है कमल वहीं खिलता है. उन्होंने कहा : बंगाल में ताकत है, लेकिन उद्योग नहीं है. बेरोजगारी है. विकास नदारद है. नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विकास हो सकता है. मौजूदा राज्य सरकार के साथ भी वह सहयोग का रवैया अपनाना चाहते हैं.

भाजपा के भ्रष्टाचार विरोधी सप्ताह की शुरुआत में कॉलेज स्क्वायर से धर्मतल्ला तक निकाले गये जुलूस में शामिल नितिन गडकरी ने बाद में आयोजित सभा में कहा कि कुछ पार्टियां विकास नहीं, बल्कि धर्म के नाम पर बांटती हैं. वे वोट बैंक की राजनीति करती हैं. केंद्र की एक भी योजना धर्म के आधार पर नहीं है. बंगाल में पार्टी की ताकत को बढ़ाना होगा. यहां भी अच्छे दिन आनेवाले हैं. झारखंड व जम्मू-कश्मीर के नतीजों को भाजपा के लिए शानदार बताते हुए उन्होंने कहा कि आजादी के बाद कश्मीर में भाजपा की यह सबसे शानदार जीत है. उन्होंने कहा कि बंगाल में हल्दिया व गंगासागर में पानी में उतरनेवाले हवाई जहाज की सेवा शुरू करेंगे. पानी व सड़क पर चलनेवाली वाटर बस भी यहां शुरू करेंगे. सड़क निर्माण के लिए उनका विभाग एक वर्ष में 10 हजार करोड़ रुपये देगा.

चुनाव के लिए भाजपा ने तृणमूल को ललकारा

2015 में ही विधानसभा चुनाव कराने के लिए भाजपा ने तृणमूल कांग्रेस को ललकारा है. भ्रष्टाचार विरोधी सप्ताह के तहत कॉलेज स्क्वायर से धर्मतल्ला तक जुलूस निकालने के बाद आयोजित सभा में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राहुल सिन्हा ने कहा कि 2015 में चुनाव के लिए भाजपा तैयार है. जनता भी इसके लिए तैयार है. यदि मुख्यमंत्री को खुद पर भरोसा है तो वह अगले वर्ष चुनाव करा लें. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी से मिलने के लिए वह बगैर निमंत्रण के राष्ट्रपति भवन पहुंच गयी थीं. तृणमूल सांसद सुगत बोस के बयान कि रुपये लूटने वाले सभी लोगों को सजा मिलनी चाहिए पर तृणमूल की प्रतिक्रिया के संबंध में उनका कहना था कि अपने ही सांसद के बयान का विरोध करने में तृणमूल जुट गयी है.

दरअसल तृणमूल को भाजपा से डर लग रहा है. सभा में काजी नजरुल की नतिनी सोनाली काजी को नितिन गडकरी ने पार्टी का झंडा सौंपकर औपचारिक रूप से भाजपा का सदस्य बनाया.

महानगर में निकली भाजपा की रैली

कोलकाता नॉर्थ सबरबन डिस्ट्रिक्ट की ओर से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की सभा में शामिल होने के लिए दमदम कैंट से भाजपा की रैली निकली गयी. इसका नेतृत्व कोलकाता नॉर्थ सबरबन डिस्ट्रिक्ट के उपाध्यक्ष पीयूष कानोरिया ने किया. इस दौरान रैली में शामिल सैकड़ों समर्थकों ममता सरकार के विरोध में नारेबाजी की. उधर, महानगर के जोड़ासांको से भी भाजपा समर्थकों की एक रैली निकली. इसका नेतृत्व जोड़ासांको जिला भाजपा अध्यक्ष किशन झंवर, महासचिव दिनेश पांडे, चौरंगी मंडल के अध्यक्ष राम प्रवेश सिंह व सचिव प्रशांत गुप्ता ने किया. भाजपा नेताओं व समर्थकों ने ममता सरकार की आलोचना करते हुए इसे घोटालों में डूबी सरकार बताया.

अब भाग मुकुल भाग व भाग ममता भाग की बारी : सिंह

भाजपा के बंगाल प्रभारी सिद्धार्थ नाथ सिंह ने तृणमूल नेताओं को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि ‘भाग मदन भाग’ कहने पर मदन को जेल हो गयी है. 2015 में ‘भाग मुकुल भाग’ और 2016 में ‘भाग ममता भाग’ की बारी है. यह वह नहीं कहते, बल्कि जनता कह रही है. धर्मतल्ला में भाजपा की सभा में श्री सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री पर तृणमूल आरोप लगा रही है कि वह सीबीआइ का दुरुपयोग कर रहे हैं. लेकिन सारधा की जांच सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर हो रही है. मुख्यमंत्री को चाहिए कि वह खुद सीबीआइ के सामने जाकर सारधा घोटाले का खुलासा करें. आजकल तृणमूल के नेता बदजुबानी पर उतर आये हैं, लेकिन वह कुछ नहीं कहना चाहते. उनकी रगों में राष्ट्र भक्ति का खून दौड़ रहा है. 2016 में लाल बहादुर शास्त्री का नाती बंगाल को तृणमूल मुक्त बनाने जरूर आयेगा.

एबीवीपी का खाता खुलने से सीएम चिंतित: कोलकाता. पुरुलिया के दो कॉलेजों में भाजपा समर्थित छात्र संगठन एबीवीपी का खाता खुलने से सीएम चिंतित हैं. इस संबंध में जिला तृणमूल नेता व राज्य के मंत्री शांतिराम महतो को फोन करके ममता बनर्जी ने इसका कारण जानना चाहा. बुधवार को रिपोर्ट देने को कहा है. सोमवार को पुरुलिया के दो कॉलेजों में छात्र यूनियन पर एबीवीपी ने कब्जा जमा लिया था. साथ ही कई अन्य कॉलेजों में भाजपा का छात्र संगठन आगे हो गया. राज्य में अचानक भाजपा के उत्थान से तृणमूल की चिंताएं बढ़ गयी हैं.

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