भर्ती के दौरान मानसिक स्थिति की जांच करने की मांग

कोलकाता. हावड़ा में पूर्व रेलवे डिपो स्थित रेलवे सुरक्षा पोस्ट में हुई फायरिंग और तीन लोगों की मौत ने आरपीएफ के कर्मचारियों की सुरक्षा पर कई सावल खड़े कर दिये हैं. एक मृतक के परिजन का कहना था कि जो सिपाही लोगों की सुरक्षा करते हैं आज उन्हीं की जान चली गयी. उन्होंने मांग की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 25, 2014 10:04 PM

कोलकाता. हावड़ा में पूर्व रेलवे डिपो स्थित रेलवे सुरक्षा पोस्ट में हुई फायरिंग और तीन लोगों की मौत ने आरपीएफ के कर्मचारियों की सुरक्षा पर कई सावल खड़े कर दिये हैं. एक मृतक के परिजन का कहना था कि जो सिपाही लोगों की सुरक्षा करते हैं आज उन्हीं की जान चली गयी. उन्होंने मांग की कि आरपीएफ कर्मियों की भर्ती के दौरान उनकी मानसिक स्थिति की जांच होनी चाहिए. घटना के दौरान जो ड्यूटी पर थे तैनातहावड़ा के जनरल पोस्ट पर करीब 40 आरपीएफ के जवानों की तैनाती है. घटना वाले दिन एएसआई जवाहर लाल हरिजन और सिपाही दीपक चौधरी दोनों दोपहर दो से लेकर रात 10 बजे तक वाली पाली में तैनात थे, जबकि हेड कांस्टेबल भागवत चौधरी सेकेंड नाइट यानी रात 10 बजे से लेकर सुबह 6 बजे वाली पाली में भी ड्यूटी के लिए आरपीएफ पोस्ट पर पहुंचे थे. हालांकि मृतक बी चौधरी के साथ पोस्ट पर अन्य कर्मी भी वहां मौजूद थे, जिसमें हेड कॉस्टेबल ए गोस्वामी, हेड कॉस्टेबल पीसी नस्कर, हेड कॉस्टेबल टी एन सिंह, सिपाही मो. अब्दुल्ला और सिपाही एस बर्मन मौजूद थे.

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