बच्चों के सबसे करीब होते हैं भगवाना : राजन जी
– मानस मंथन समिति के तत्वावधान में श्याम गार्डेन में नौ दिवसीय राम कथा का तीसरा दिन कोलकाता. यदि आप को भगवान को पाना है तो आप बच्चों की सेवा करें. कथा के तीसरे दिन बाल लीला से कथा की शुरुआत करते हुए राजन जी महाराज ने कहा कि यदि आप के घर में पांच […]
– मानस मंथन समिति के तत्वावधान में श्याम गार्डेन में नौ दिवसीय राम कथा का तीसरा दिन कोलकाता. यदि आप को भगवान को पाना है तो आप बच्चों की सेवा करें. कथा के तीसरे दिन बाल लीला से कथा की शुरुआत करते हुए राजन जी महाराज ने कहा कि यदि आप के घर में पांच वर्ष से कम आयु का कोई बालक है तो आप उसी की सेवा करें, क्योंकि भगवान बालकों के सबसे करीब होते हैं. मानस मंथन समिति द्वारा हावड़ा के श्याम गार्डेन में आयोजित नौ दिवसीय राम कथा में लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भगवान को पाने का सबसे आसान तरीका है प्रेम. जो भगवान अजन्मा और ब्रह्म है उसको कैशल्या ने अपने प्रेम कारण अपने गोद में ले लिया. इस दौरान महाराज जी ने लोगों से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों को नहीं पहले अपने संस्कारी बनंे. ऐसे करने से आने वाली पीढि़यां भी संस्कार अनुगामी होंगी. मानस मंथन समिति के पं. ओमप्रकाश मिश्र ने बताया कि कथा के तीसरे दिन भोला सोनकर सपरिवार यजमान की भूमिका में थे. उन्होंने बताया कि राजन जी महाराज के श्रीमुख से होनेवाली नौ दिवसीय रामकथा 23 दिसंबर से शुरू होकर 31 दिसंबर तक प्रत्येक दिन साय 3 बजे से 6 बजे तक चलेगी. इस दौरान मंच संचालन वीरेंद्र शर्मा ने किया, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में बासुदेव टिकमानी, प्रदीप तिवारी, प्रशांत कुमार मिश्रा, पवन गुप्ता, पं. उमाशंकर आचार्य, धर्मपाल सिंह, मास्टर उमेश सिंह,गुड्डू राय मौजूद रहे.