असम नरसंहार मामला :आज 12 घंटे के बंद का आह्वान

असम नरसंहार : बंगाल में भी फूटा गुस्सा कोलकाता : असम में एनडीएफबी (एस) द्वारा आदिवासियों पर हमले और उनकी हत्या किये जाने के विरोध में शनिवर को पश्चिम बंगाल के छह उत्तर जिलों में आदिवासी संगठनों ने 12 घंटे के बंद का आह्वान किया है. आदिवासी विकास मोरचा की राज्य इकाई के अध्यक्ष बिरसा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 27, 2014 8:20 AM
असम नरसंहार : बंगाल में भी फूटा गुस्सा
कोलकाता : असम में एनडीएफबी (एस) द्वारा आदिवासियों पर हमले और उनकी हत्या किये जाने के विरोध में शनिवर को पश्चिम बंगाल के छह उत्तर जिलों में आदिवासी संगठनों ने 12 घंटे के बंद का आह्वान किया है.
आदिवासी विकास मोरचा की राज्य इकाई के अध्यक्ष बिरसा तिरकी ने शुक्रवार को यहां बताया कि बंद सुबह छह बजे से शुरू होगा व आवश्यक सेवाओं को इसके दायरे से बाहर रखा गया है.
उन्होंने बताया कि विरोध शांतिपूर्ण होगा. बंद का आह्वान मोरचा व उत्तर बंगाल के कम से कम 15 अन्य आदिवासी संगठनों ने किया है. पश्चिम बंगाल के आदिवासी संगठनों ने असम में हुए नरसंहार पर कल भी विरोध जताया था. ‘भारत जकत माझी परगना महल’ ने गुरुवार को पश्चिम मेदिनीपुर जिले के सिल्दा में करीब पांच घंटे तक एक मुख्य राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया था. मालदा जिले में आदिवासियों ने मालदा-कटिहार प्रखंड के इकलाखी स्टेशन में रेलवे पटरियों पर धरना दिया, जिससे असम जाने और वहां से आनेवाली ट्रेन सेवाओं पर असर पड़ा.
बुधवार की रात आदिवासी प्रदर्शनकारियों ने सिलिगुड़ी को जोड़नेवाला राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध कर दिया था. इसी बीच, असम से बच्चों सहित कम से कम 500 प्रभावित लोगों ने पश्चिम बंगाल के समीपवर्ती अलीपुरद्वार जिले के कुमारग्राम, बारोवीसा, चंगमारी, बिटीबाड़ी, बालापाड़ा और जशोदांगा इलाकों में प्रवेश किया. इनमें आदिवासी और बोडो दोनों थे.
जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश मेघारिया ने बताया : असम से और लोग आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि कई लोग अपने रिश्तेदारों के यहां रुके हैं और कुछ को पश्चिम बंगाल सरकार ने विभिन्न स्कूलों में तथा चंगमारी स्थित एक सामुदायिक भवन में ठहराया है. मेघारिया के अनुसार, इन लोगों को पका हुआ भोजन, पानी और कंबल मुहैया कराये जा रहे हैं.
असम में एनडीएफबी (एस) के हमले, आदिवासियों की जवाबी हिंसा और पुलिस की गोलीबारी में अब तक 78 लोगों की जानें जा चुकी हैं.
बंगाल में प्रदर्शनों का सिलसिला
‘भारत जकत माझी परगना महाल’ ने गुरुवार को पश्चिम मेदिनीपुर जिले के सिलदा में करीब पांच घंटे तक एक मुख्य राजमार्ग को अवरुद्ध किया त्नमालदा जिले में आदिवासियों ने मालदा-कटिहार प्रखंड के इकलाखी स्टेशन में रेलवे पटरियों पर धरना दिया, जिससे असम जाने और वहां से आनेवाली ट्रेन सेवाओं पर असर पड़ा बुधवार रात आदिवासी प्रदर्शनकारियों ने सिलीगुड़ी को जोड़नेवाला राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध किया था

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