चंदननगर में काव्य गोष्ठी (फो 4 पर)

हुगली. जिले के चंदननगर स्थित गोंदलपाड़ा जूट मिल के रिक्रि एशन क्लब में हिंदी साहित्य शलभ के तत्वाधान में एक त्रिभाषीय हिंदी, बांग्ला और उर्दू भाषा का कवि सम्मलेन का आयोजन हुआ. इस सम्मेलन को कवियों का महामिलन उत्सव बताते हुए गोंदल पाड़ा जूट मिल के सीइओ एसएन पाल ने कहा कि यह स्थान फ्रांसिसी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 29, 2014 11:03 PM

हुगली. जिले के चंदननगर स्थित गोंदलपाड़ा जूट मिल के रिक्रि एशन क्लब में हिंदी साहित्य शलभ के तत्वाधान में एक त्रिभाषीय हिंदी, बांग्ला और उर्दू भाषा का कवि सम्मलेन का आयोजन हुआ. इस सम्मेलन को कवियों का महामिलन उत्सव बताते हुए गोंदल पाड़ा जूट मिल के सीइओ एसएन पाल ने कहा कि यह स्थान फ्रांसिसी जमाने में मोड़ान साहब की बागानबाड़ी के नाम से विख्यात था. हुगली नदी के किनारे स्थित इस बागानबाड़ी में कविगुरु अपना काव्य व गीत सृजित किया करते थे. उनकी कई रचनाएं इस बागानबाड़ी में रचित हुई है. आज मोड़ान साहब की बागानबाड़ी नहीं है, पर यह स्थान इतिहास के पन्नों में जीवित है. इस सम्मेलन में मिल के डिप्टी सीइओ तन्मय बेरा भी उपस्थित हुए. सम्मेलन में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपन्यासकार शिप्रा पाल, गजलकार व कवि रवि प्रताप सिंह भी उपस्थित थे. सम्मेलन की शुरुआत में संस्था के सचिव व आयोजक मुरली चौधरी ने सभी कवि व कवयित्रियों का स्वागत किया. कार्यक्र म का अध्यक्षता व संचालन प्रेम लाल केशरी और रामनाथ यादव ने की. रवींद्र संगीत पीऊ गोस्वामी, सीमा घोष (सातरा), मंदिरा विश्वास और शांति कुमार मिल्लक ने पेश की. कवि डॉ शहीद फरु गुई, अशोक वर्मा हमदर्द , मोहम्मद जाबिर, डॉ कामना, काली प्रसाद जायसवाल, शंकर रावत, डॉ अजय वर्मा, भागीरथी कुर्मी, प्रदीप कुमार धानुक, संजीव दूबे, कमलेश मिश्रा, शिव शंकर सिंह, रामावतार सिंह, चंद्र किशोर चौधरी, रीना भंडारी, प्यारे लाल बाल्मीकि, बासुदेव चक्र वर्ती, बालेश्वर भगत आदि ने काव्य पाठ किये.

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