टैक्सी संगठनों ने की मांग, सीएम करें हस्तक्षेप
कोलकाता: एटक समर्थित टैक्सी संगठन कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन व वेस्ट बंगाल टैक्सी ऑपरेटर्स को-ऑर्डिनेशन कमेटी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिख कर हस्तक्षेप की मांग की है. संगठनों की ओर से पुलिस जुल्म, नो रिफ्यूजल के नाम 3000 से 5000 रुपये तक के फाइन के विरोध सहित कई मुद्दों पर 28 व 29 […]
कोलकाता: एटक समर्थित टैक्सी संगठन कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन व वेस्ट बंगाल टैक्सी ऑपरेटर्स को-ऑर्डिनेशन कमेटी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिख कर हस्तक्षेप की मांग की है. संगठनों की ओर से पुलिस जुल्म, नो रिफ्यूजल के नाम 3000 से 5000 रुपये तक के फाइन के विरोध सहित कई मुद्दों पर 28 व 29 जनवरी को दो दिवसीय टैक्सी हड़ताल की घोषणा की गयी है.
गुरुवार को कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन के महासचिव व वेस्ट बंगाल टैक्सी ऑपरेटर्स को-आर्डिनेशन कमेटी के संयोजक नवल किशोर श्रीवास्तव ने बताया कि चूंकि परिवहन मंत्री मदन मित्र सारधा चिटफंड मामले में जेल में हैं. ऐसी स्थिति में टैक्सी चालकों की समस्या को लेकर वे लोग परेशान है. उन लोगों ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है तथा उनसे मिलने का समय मांगा है, ताकि वह पूरे मामले में हस्तक्षेप कर समस्या का समाधान करेंगे. श्री श्रीवास्तव ने बताया कि हाल में उनके नेतृत्व में टैक्सी संगठन का एक प्रतिनिधिमंडल ने परिवहन भवन में परिवहन सचिव अलापन बंद्योपाध्याय से मुलाकात की थी तथा उन्हें ज्ञापन सौंपा था.
उन्होंने कहा कि परिवहन सचिव ने दो सप्ताह का समय मांगा है. वे लोग परिवहन सचिव द्वारा उठाये जा रहे कदम की प्रतीक्षा कर रहे हैं. यदि कोई कदम नहीं उठाया गया, तो वे लोग हड़ताल पर जाने के लिए बाध्य होंगे. उल्लेखनीय है कि इसके पहले 19 दिसंबर को टैक्सी हड़ताल भी हुई थी, लेकिन इसके बावजूद कोई कदम नहीं उठाया गया है.