सोनागाछी में एड्स रोधी चिकित्सा परियोजना शुरू होने की उम्मीद
कोलकाता: एशिया में देह व्यापार के सबसे बड़े बाजार सोनागाछी में यौनकर्मियों को एचआइवी के संक्रमण से बचाने के लिए दवाएं देनेवाली एक प्रायोगिक परियोजना शुरू की जा सकती है. ऐसा होने पर यह देश का इस तरह का पहला इलाका होगा, जहां यह परियोजना लागू की जायेगी. यौनकर्मियों के कल्याण के लिए काम करनेवाले […]
कोलकाता: एशिया में देह व्यापार के सबसे बड़े बाजार सोनागाछी में यौनकर्मियों को एचआइवी के संक्रमण से बचाने के लिए दवाएं देनेवाली एक प्रायोगिक परियोजना शुरू की जा सकती है. ऐसा होने पर यह देश का इस तरह का पहला इलाका होगा, जहां यह परियोजना लागू की जायेगी.
यौनकर्मियों के कल्याण के लिए काम करनेवाले एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्री-एक्सपोजर प्रोफिलैक्सिस (पीआरइपी ) परियोजना के तहत एचआइवी से ग्रस्त व्यक्ति के साथ यौन संबंध बनानेवाली असंक्रमित यौन कर्मियों को नियमित तौर पर दवाएं दी जायेंगी. सोनागाछी रिसर्च एंड ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट( एसआरटीआइ) के प्रधान समरजीत जाना ने बताया कि दवाओं से यौनकर्मियों को एचआइवी विषाणु के संक्रमण से बचने में मदद मिलेगी. बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन इस परियोजना के लिए धन मुहैया करायेगी.
परियोजना की रिपोर्ट केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रलय को सौंप दी गयी है और राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन ( नाको ) की मंजूरी का इंतजार किया जा रहा है. श्री जाना ने कहा कि हमें अगले कुछ महीनों तक नाको से मंजूरी मिलने का इंतजार होगा. एसआरटीआइ असल में दुर्बार महिला समन्वय समिति ( डीएमएससी ) की एक इकाई है. डीएमएससी पश्चिम बंगाल के 1,30,000 यौनकर्मियों का एक मंच है. श्री जाना ने कहा कि कंडोम के इस्तेमाल और हर रोज पीआरइपी दवायें लेने से एचआइवी संक्रमण से सुरक्षा दोहरी हो जायेगी. नाको के राष्ट्रीय कार्यक्रम अधिकारी बीबी रेवाड़ी ने कहा कि पीआरइपी में यौनकर्मियों जैसे सबसे ज्यादा खतरे वाले समूहों में खतरे के कारकों को 60-70 प्रतिशत कम करने की क्षमता है. उन्होंने कहा कि हमें दुर्बार से कुछ दिनों पहले परियोजना की रिपोर्ट मिली. हम इसे देख रहे हैं. पीआरइपी अभी देश में नहीं आयी है. परियोजना को मंजूरी मिलने पर इसे सबसे पहले सोनागाछी में लागू किया जायेगा.
श्री रेवाड़ी ने कहा कि हालांकि कुछ चीजों पर ध्यान दिए जाने की जरूरत है. एड्स सोसाइटी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष आइएस गिलाडा ने इस कदम का स्वागत करते हुए कहा कि इससे देश में एड्स के प्रसार को कम करने में मदद मिलेगी.