हड़ताल न करने की कोल इंडिया ने की अपील
कोलकाता. कोल इंडिया अध्यक्ष एके दूबे ने आगामी छह जनवरी से 10 जनवरी की प्रस्तावित हड़ताल पर यूनियनों को न जाने की अपील की है. अपनी अपील में उन्होंने कहा कि विभिन्न मुद्दों पर चार केंद्रीय श्रमिक संघों, इंटक, एटक, एचएमएस व बीएमस ने कोल इंडिया व उसकी सहायक कंपनियों में पांच दिवसीय हड़ताल का […]
कोलकाता. कोल इंडिया अध्यक्ष एके दूबे ने आगामी छह जनवरी से 10 जनवरी की प्रस्तावित हड़ताल पर यूनियनों को न जाने की अपील की है. अपनी अपील में उन्होंने कहा कि विभिन्न मुद्दों पर चार केंद्रीय श्रमिक संघों, इंटक, एटक, एचएमएस व बीएमस ने कोल इंडिया व उसकी सहायक कंपनियों में पांच दिवसीय हड़ताल का आह्वान किया है. हड़ताल के संबंध में मुख्य श्रमायुक्त, नयी दिल्ली को सूचना दी गयी है. उनकी सलाह के मुताबिक पांच जनवरी को उप मुख्य श्रमायुक्त (केंद्रीय) कोलकाता कार्यालय में समझौता वार्ता तय की गयी है. श्री दूबे ने अपनी अपील में यह भी कहा है कि श्रमिक संघों द्वारा उठाये गये विभिन्न बिंदुओं पर कोल इंडिया व कोयला मंत्रालय के स्तर पर श्रमिक संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ कई बैठकें की गयी हैं. कुछ मुख्य मुद्दों पर सहमति हुई है जिसपर कार्रवाई भी हुई है. नीतिगत विषयों पर कोयला मंत्री के साथ पांचों केंद्रीय श्रमिक संघों के प्रतिनिधियों को (सीटू सहित) गत तीन जनवरी को बैठक में आमंत्रित किया गया था. लेकिन श्रमिक प्रतिनिधियों की अनुपस्थिति के कारण यह वार्ता न हो सकी. देश में ऊर्जा उत्पादन की भारी कमी है. इसके लिए जरूरी मात्रा में कोयला उत्पादन बेहद जरूरी है. ऐसे में जब सभी कोल कंपनियों में कोयला उत्पादन जोर पकड़ रहा है, कोयला कंपनियों मंे किसी भी तरह काम बंद करने से स्थिति बिगड़ सकती है. वर्ष 2014-15 का निर्धारित उत्पादन लक्ष्य बुरी तरह प्रभावित होने के अलावा देश की कोयला आवश्यकता की पूर्ति में बाधा आ सकती है. कोयला उत्पादन लोक उपयोगी सेवा के रूप में घोषित किया जा चुका है. स्थिति की संवेदनशीलता को समझते हुए श्रमिक यूनियन अपने फैसले पर पुनर्विचार करंे और प्रस्तावित हड़ताल न करें.