शिव गुरु महोत्सव गुरु बहनों के सान्निध्य में संपन्न
कोलकाता. शनिवार को बंगाल में पहली बार गुरु बहनों के सान्निध्य में शिव गुरु महोत्सव का समापन बड़े धूमधाम से हुआ. इस दौरान पूरा परिवेश शिव गुरु के जयघोष से गुंजायमान रहा. दूर-दराज इलाकों से आये हजारों गुरु भाई व बहनों का साइनतल्ला की धरती को शिव गुरु की दया और साहब हरिंदानंद से जन […]
कोलकाता. शनिवार को बंगाल में पहली बार गुरु बहनों के सान्निध्य में शिव गुरु महोत्सव का समापन बड़े धूमधाम से हुआ. इस दौरान पूरा परिवेश शिव गुरु के जयघोष से गुंजायमान रहा. दूर-दराज इलाकों से आये हजारों गुरु भाई व बहनों का साइनतल्ला की धरती को शिव गुरु की दया और साहब हरिंदानंद से जन सामान्य का परिचय कराया. रांची से पधारीं, साहब हरींदानंद की पुत्रवधु बरखा आनंद ने कहा कि शिव केवल नाम के ही नहीं अपितु काम के भी गुरु हैं. शिव को गुरु रूप में स्वीकार करने के बाद व्यक्ति का समग्र विकास होता है. शिव चर्चा व्यक्ति में सामाजिक और आर्थिक आत्म निर्भरता लाती है. वर्तमान परिवेश में साहब द्वारा गयी विद्या ही आध्यात्मिक क्षेत्र में एक मात्र विकल्प शेष रह गयी है. शिव चर्चा से जाति, लिंग, वर्ण और संप्रदाय आदि का भेद धीरे-धीरे समाप्त हो रहा है. उन्होंने कहा कि औघड़ दानी स्वरूप से धन, संतान, संपदा आदि प्राप्त करने का व्यापक प्रचलन है. पश्चिम बंगाल में पहली बार गुरु बहनों द्वारा आयोजित शिव गुरु महोत्सव में 30 हजार से अधिक गुरु भाई-बहनों ने हिस्सा लिया. साहब का यह संकल्प कि शिव जन-जन के गुरु हो, पूरा होता प्रतीत हो रहा था. कार्यक्रम की सफलता के लिए गुरु बहन निर्मला दास, पुष्पा सिंह, दुर्गावती सिंह, ज्योति साव, अनिता सिंह, सुनीता दास, कंचन गुप्ता, विभा सिंह,विकास साव, रिंकू शर्मा, कविता शर्मा एवं कोलकाता व हावड़ा के गुरु भाई-बहनों ने कड़ी मेहनत की. यह कार्यक्रम शिव संप्रवाह के तत्वावधान में आयोजित हुआ.