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ममता बनर्जी के जेल जाने का समय आ गया : सुब्रमण्यम स्वामी

कोलकाता: पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस सरकार को नाकाम बताते हुए भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने शनिवार को कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के जाने का समय आ गया है. केवल सारधा घोटाला ही नहीं, कानून व्यवस्था बनाये रखने या कोई ठोस आर्थिक योजना पेश करने या घुसपैठ रोकने, सभी मामलों में ममता सरकार पूरी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 11, 2015 5:31 AM
कोलकाता: पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस सरकार को नाकाम बताते हुए भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने शनिवार को कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के जाने का समय आ गया है. केवल सारधा घोटाला ही नहीं, कानून व्यवस्था बनाये रखने या कोई ठोस आर्थिक योजना पेश करने या घुसपैठ रोकने, सभी मामलों में ममता सरकार पूरी तरह नाकाम रही है.

स्वामी ने कहा, पहले वह कम्युनिस्टों से बाघिन की तरह लड़ती थीं, लेकिन अब उनके पिंजरे में वापस जाने का समय आ गया है. बांग्लादेशी घुसपैठियों को भारत के लिए एक बड़ा खतरा बताते हुए स्वामी ने कहा कि या तो बांग्लादेश उन्हें वापस बुलाये या अपने उस क्षेत्र पर भारत को नियंत्रण दे, जहां से घुसपैठ होती है. एमसीसी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के एक सत्र के दौरान स्वामी ने उक्त बातें कही.

स्टालिन के इशारे पर हुई थी नेताजी की हत्या!
स्वामी ने दावा किया कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मौत वर्ष 1948 में ताइवान में विमान हादसे में नहीं हुई थी, बल्कि सोवियत संघ के नेता जोसेफ स्टालिन के इशारे पर उनकी हत्या की गयी थी. कहा कि गुप्त दस्तावेजों को सार्वजनिक करने से ब्रिटेन और रूस से भारत के रिश्ते में खटास आयेगी. इस मुद्दे को वह पीएम नरेंद्र मोदी के सामने उठायेंगे. स्वामी ने कहा कि हमारे पास मौजूद दस्तावेजों के मुताबिक मौत को धता बता कर बोस चीन के मंचूरिया पहुंचे थे, जो उस समय रूस के कब्जे में था. उन्हें उम्मीद थी कि रूस उनकी मदद करेगा, लेकिन स्टालिन ने साइबेरिया की एक जेल में उन्हें कैद कर दिया और 1953 में किसी समय या तो उन्हें फांसी पर चढ़ा दिया गया या उनका दम घोंट दिया गया. कहा कि अमेरिका ने नेताजी के मामले की जांच करनेवाले मुखर्जी आयोग को लिखा था कि किसी विमान हादसे का कोई रिकॉर्ड नहीं है. ताइवान के किसी अस्पताल में जले हुए शव का भी कोई रिकॉर्ड नहीं है. नेताजी 1947 में जीवित थे और नेहरू इस बारे में जानते थे.’
जून के बाद काला धन पर कदम
सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि केंद्र सरकार एक जून के बाद विदेशी बैंकों में जमा काला धन वापस लाने के लिए नये कदम उठायेगा. कहा कि हम इसे करेंगे. हिंदी में कहा जाता है ‘आंख की शरम है’. केंद्र के इस मुद्दे पर धीरे बढ़ने के बारे में उन्होंने कहा कि कई चर्चित हस्तियांे सहित कई लोगों को इस प्रक्रिया से दिक्कत होगी. स्वामी ने कहा कि यह काम धीरे-धीरे किया जा रहा है, ताकि संकट को संभाला जा सके. उन्होंने बताया कि 120 लाख करोड़ रुपये काला धन वापस भारत लाने का कानूनी तरीका एक विधेयक या अध्यादेश पारित करना होगा. कहा, विदेशी बैंकों में भारतीय नागरिकों के सभी गुप्त बैंक खातों का राष्ट्रीयकरण किया जायेगा.

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