संपन्न हुआ तिरंगा काव्य संगम का मासिक अनुष्ठान
कोलकाता. हिंदी और उर्दू का संगम तिरंगा काव्य मंच शायरी और कविता का एक अद्भुत समागम है. इसके संयोजन की विशेषता देश की अखंडता को अक्षुण्ण रखना है. इस बार के कार्यक्रम में सबसे प्रथम भानुप्रताप सरल की कविताओं की पुस्तक गीत यात्रा का लोकार्पण शहर के प्रसिद्ध शायर अनवर बारा बंकवी ने किया. मुख्य […]
कोलकाता. हिंदी और उर्दू का संगम तिरंगा काव्य मंच शायरी और कविता का एक अद्भुत समागम है. इसके संयोजन की विशेषता देश की अखंडता को अक्षुण्ण रखना है. इस बार के कार्यक्रम में सबसे प्रथम भानुप्रताप सरल की कविताओं की पुस्तक गीत यात्रा का लोकार्पण शहर के प्रसिद्ध शायर अनवर बारा बंकवी ने किया. मुख्य अतिथि और विशेष अतिथि थे पाथिक जौनपुरी व मुर्जतर इफ्ताखारी. कार्यक्रम में अपनी रचनाएं प्रस्तुत करनेवाले थे भानुप्रताप त्रिपाठी सरल, इकबाल आकिल, मुजीब अख्तर, विश्व विजय चौबे, शंभुनाथ जालान निराला, सईद आजर, बद्दू आलम आफाकी, हीरालाल साव, बिहारी चौधरी, जीवन सिंह, यूनिस शहर व कई अन्य. संचालन अगम शर्मा ने किया. धन्यवाद ज्ञापन किया शंभुलाल जालान निराला ने.