कोलकाता: कलकत्ता विश्वविद्यालय के पाली विभाग के तत्वावधान में 13 व 14 जनवरी को ‘रिवाइवल ऑफ थेरोवादो बुद्धिज्म इन बंगाल’ विषय पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार संपन्न हुआ. इस दौरान 10 अलग-अलग सत्रों में करीब 50 पत्र पढ़े गये. सेमिनार का उदघाटन नव नालंदा महाविहार, नालंदा के पाली विभाग के पूर्व निदेशक व पूर्व प्रोफेसर दीपक कुमार बरूआ ने किया.
सॉल्टलेक के कलकत्ता विश्वविद्यालय (सीयू) स्थित नैनो साइंस एंड नैनो टेक्नोलॉजी कैंपस में हुए उदघाटन समारोह में शिक्षा मामलों के प्रो वाइसचांसलर प्रो ध्रुवज्योति चट्टोपाध्याय, सीयू के रजिस्ट्रार प्रो बासब चौधरी, बंगाल बुद्धिस्ट एसोसिएशन के सचिव हेमंदू विकास चौधरी, महाबोधि सोसाइटी ऑफ इंडिया के संयुक्त सचिव शुद्धाम्म्लंकारा थेरो, विश्वभारती विश्वविद्यालय की प्रो सुनीति कुमार पाठक आदि उपस्थित थे.
वैलेटिक्टोरी सेशन में नेपाल के लुम्बिनी बुद्धिस्ट विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर प्रो नरेशमन वज्राचार्य ने अपने वक्तव्य रखे. भाषाविद व सीयू के पूर्व प्रोफेसर प्रो सत्यरंजन बनर्जी व कल्याणी विवि के पूर्व वाइसचांसलर प्रो दिलीप कुमार महंत भी मौजूद रहे. सेमिनार में कई देशों के सदस्यों ने अपने शोध पत्र रखे. सीयू के पाली विभाग के शिक्षक व विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किया. इस दौरान अमिताभ सेनगुप्ता द्वारा लघु फिल्म ‘एन ओल्ड वाइज मैन-डायलॉग विथ द डायस्पोरिक आइडेंटीटी’ भी प्रदर्शित की गयी.