भारत में ऑस्ट्रेलिया के व्यापारिक मिशन की कवायद (फोटो स्कैनर में)
कोलकाता. भारत में ऑस्ट्रेलिया एक व्यापारिक मिशन शुरू करने की कोशिश में है जिसकी औपचारिक शुरुआत महानगर में हुई. महानगर दौरे पर आये ऑस्ट्रेलियाई रेल प्रतिनिधिमंडल ने भारत में क्षमताओं का प्रदर्शन किया. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच व्यापार, शिक्षा, निवेश और पर्यटन के क्षेत्रों आपसी सहयोग को बढ़ावा देने के इरादे से लगभग सप्ताहभर […]
कोलकाता. भारत में ऑस्ट्रेलिया एक व्यापारिक मिशन शुरू करने की कोशिश में है जिसकी औपचारिक शुरुआत महानगर में हुई. महानगर दौरे पर आये ऑस्ट्रेलियाई रेल प्रतिनिधिमंडल ने भारत में क्षमताओं का प्रदर्शन किया. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच व्यापार, शिक्षा, निवेश और पर्यटन के क्षेत्रों आपसी सहयोग को बढ़ावा देने के इरादे से लगभग सप्ताहभर एक कार्यक्रम चलाया जायेगा. इस बात की जानकारी शुक्रवार को दौरे पर आये प्रतिनिधिमंडल ने संवाददाता सम्मेलन के दौरान दी. ऑस्ट्रेलिया ट्रेड कमीशन के वरिष्ठ सलाहकार पीटर आयरनमौंगर ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया ने हर तरह के रेल नेटवर्क के लिए तकनीकों को विकसित कर लिया है. इस विशेषज्ञता का लाभ भारत भी उठा सकता है. ऑस्ट्रेलिया के पास 90 वर्षों से अधिक समय से सबसे भारी और लंबी हॉल ट्रेनें चलायी जा रही हैं जो प्रतिवर्ष एक बिलियन टन फ्रेट का परिवहन करती है. तकनीकों के माध्यम से सबसे बड़े लाइट रेल नेटवर्क चलाने का सामर्थ्य उनके देश ने हासिल कर लिया है. सुरक्षा ऑस्ट्रेलिया के रेल सेक्टर के सभी पक्षों के लिए पहली प्राथमिकता है, जो ऑस्ट्रेलिया के सुविकिसत सुरक्षा नियमों और मानदंडों का पालन करती है. भारत ऑस्ट्रेलिया का 11 वां सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर है, जो 15.2 बिलियन ऑस्ट्रेलियाई डॉलर का द्विमार्गी कारोबार करता है. ऑस्ट्रेलिया में कुल भारतीय निवेश लगभग 11 बिलियन ऑस्ट्रेलियाई डॉलर का हो गया है जबकि भारत में कुल ऑस्ट्रेलियाई निवेश 6.5 बिलियन ऑस्ट्रेलियाई डॉलर से अधिक का है. यानी आपसी सहयोग के माध्यम से दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत व विकसित बनाया जा सकता है.