22 जनवरी तक सीबीआइ हिरासत में भेजा गया सुदीप्त का व्यापारिक सलाहकार
-10 दिन की मांगी गयी थी सीबीआइ हिरासत, पांच दिन के लिए भेजा गया-कंपनी के शेयर में हिस्सेदारी को लेकर छह महीने में ही सुदीप्त से अलग हुआ था आरोपी-पूछताछ में कई प्रभावशाली नाम के सामने आने की संभावनाकोलकाता. सारधा मामले में गिरफ्तार सुदीप्त के पूर्व सलाहकार व सेलीकॉन कंपनी के निदेशक शिव नारायण दास […]
-10 दिन की मांगी गयी थी सीबीआइ हिरासत, पांच दिन के लिए भेजा गया-कंपनी के शेयर में हिस्सेदारी को लेकर छह महीने में ही सुदीप्त से अलग हुआ था आरोपी-पूछताछ में कई प्रभावशाली नाम के सामने आने की संभावनाकोलकाता. सारधा मामले में गिरफ्तार सुदीप्त के पूर्व सलाहकार व सेलीकॉन कंपनी के निदेशक शिव नारायण दास को रविवार को सीबीआइ ने अलीपुर कोर्ट में पेश किया. जहां सुनवाई के दौरान अदालत ने उसे पांच दिनों के लिए सीबीआइ हिरासत में भेजने का निर्देश दे दिया. अदालत में पेशी के दौरान सीबीआई ने उसके लिए दस दिनों के लिए सीबीआइ हिरासत में भेजने की मांग की थी, लेकिन कोर्ट ने उसे 22 जनवरी तक सीबीआई हिरासत में भेजा. सीबीआइ की तरफ से अदालत में बताया गया कि शिव नारायण दास ने वर्ष 2008 में सुदीप्त सेन से मिल कर सारधा रियल्टी कंपनी बनायी थी. छह महीने तक सारधा कंपनी में रहने के दौरान शेयर में हिस्सेदारी को लेकर वह सुदीप्त सेन से अलग होकर सेलीकॉन कंपनी शुरू कर ली. इसके बाद इस कंपनी का मालिक बन कर बाजार से रुपये वसूलने लगा. सीबीआइ की तरफ से कहा गया कि हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर सारधा में शामिल कई प्रभावशाली लोगों का नाम सामने आयेगा. ज्ञात हो कि हावड़ा के राम राजा तल्ला से शनिवार दोपहर को गुप्त जानकारी के आधार पर सीबीआइ ने शिव नारायण दास को गिरफ्तार किया था. उसके पास से सीबीआइ को एक गैर लाइसेंसी रिवाल्वर भी मिला था.