सारधा मामला: तृणमूल कांग्रेस की ओर से सुप्रीम कोर्ट में पैरवी करने का विरोध, सिब्बल के फैसले से नाराजगी
कोलकाता: सुप्रीम कोर्ट में पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से पूर्व केंद्रीय मंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल द्वारा पैरवी किये जाने के फैसले से प्रदेश कांग्रेस में सख्त नाराजगी है. पूर्व कानून मंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल के इस फैसले के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय विधान […]
कोलकाता: सुप्रीम कोर्ट में पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से पूर्व केंद्रीय मंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल द्वारा पैरवी किये जाने के फैसले से प्रदेश कांग्रेस में सख्त नाराजगी है. पूर्व कानून मंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल के इस फैसले के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय विधान भवन के बाहर विरोध प्रदर्शन भी किया.
विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रही दक्षिण कोलकाता जिला कांग्रेस की अध्यक्ष माला राय ने कहा कि पार्टी ने कपिल सिब्बल को एक बड़ा पद सौंपा. यूपीए सरकार में कई महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी भी उन्हें सौंपी गयी थी. कांग्रेस से पद व ओहदा लेकर वह तृणमूल कांग्रेस की मदद नहीं कर सकते हैं. जिस दल ने करोड़ों लोगों के साथ जालसाजी की है, वह उनकी मदद कैसे कर सकते हैं.
हम लोग कपिल सिब्बल के इस फैसले का विरोध करते हैं. राज्य सरकार की ओर से सुप्रीम कोर्ट में सारधा मामले की वकालत करने के श्री सिब्बल के इस कदम के खिलाफ हम लोग एक हस्ताक्षर अभियान शुरू करने जा रहे हैं, जिसे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी व उपाध्यक्ष राहुल गांधी को भेजा जायेगा.
फैसला सरासर गलत : अरुणाभ घोष
वरिष्ठ वकील व कांग्रेस नेता अरुणाभ घोष ने कहा कि कांग्रेस ने ही सुप्रीम कोर्ट में सारधा मामले के लिए आवेदन किया था, कांग्रेस के कारण ही सारधा मामले की सीबीआइ से जांच हो रही है और कांग्रेस का ही कोई नेता कैसे इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में राज्य सरकार की ओर से पैरवी कर सकता है. यह सरासर गलत है.
सिब्बल के साथ नहीं करूंगा मंच साझा : अधीर
कपिल सिब्बल के इस फैसले की तीव्र निंदा करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि श्री सिब्बल यूपीए सरकार में मंत्री थे, वह कांग्रेस का एक परिचित चेहरा हैं. हमें हरगिज भी उम्मीद नहीं थी कि कपिल सिब्बल जैसा व्यक्ति सुप्रीम कोर्ट में राज्य सरकार की ओर से सारधा मामले में वकालत करेगा. सारधा मामले में राज्य सरकार की पैरवी कर उन्होंने बेहद गलत काम किया है. इस मामले से हटने से हम लोग उन्हें मना तो नहीं कर सकते हैं, पर आवेदन जरूर कर सकते हैं. वह बड़े लोग हैं, उनके लिए पार्टी से बड़ा उनका पेशा है. मैं उनके इस कदम की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं.
श्री चौधरी ने कहा कि जब तक वह प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रहेंगे, न तो कांग्रेस के किसी कार्यक्रम में कपिल सिब्बल को आमंत्रित किया जायेगा और न ही वह किसी कार्यक्रम में कपिल सिब्बल के साथ कोई मंच साझा करेंगे. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कपिल सिब्बल के इस कदम के खिलाफ सोनिया गांधी व राहुल गांधी से शिकायत की जायेगी.
आज शहीद मीनार मैदान में कांग्रेस की सभा
बहुचर्चित करोड़ों रुपये के सारधा घोटाले को हथियार बना कर सभी विपक्षी दल सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को घेरने की कोशिश में लगे हुए हैं. कांग्रेस भी इस अभियान में शामिल हो चुकी है. सारधा घोटाले के खिलाफ प्रदेश कांग्रेस की ओर से मंगलवार को शहीद मीनार मैदान में एक सभा आयोजित की जायेगी. मंगलवार दोपहर एक बजे से शुरू होनेवाली इस सभा को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी समेत पूरा प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व संबोधित करेगा. इस रैली के माध्यम से कांग्रेस राज्य में संगठन को मजबूत करने का प्रयास करेगी.