एजेंटों की संपत्ति बेच कर निवेशकों का रुपया लौटा रही है पुलिस

इस घटना के खिलाफ अगले सप्ताह डीजी से मिलेंगे एजेंटचिटफंड कंपनियों की जांच के लिए केंद्र के पास मैनपावर नहींकोलकाता. चिटफंड कंपनियों में निवेश करनेवाले निवेशकों को उनका पैसा लौटाने के लिए पुलिस अब एजेंटों को प्रताडि़त कर रही है. पुलिस व पंचायत मिल कर अब चिटफंड कंपनियों के एजेंटों की संपत्ति बेच कर लोगों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 21, 2015 8:03 PM

इस घटना के खिलाफ अगले सप्ताह डीजी से मिलेंगे एजेंटचिटफंड कंपनियों की जांच के लिए केंद्र के पास मैनपावर नहींकोलकाता. चिटफंड कंपनियों में निवेश करनेवाले निवेशकों को उनका पैसा लौटाने के लिए पुलिस अब एजेंटों को प्रताडि़त कर रही है. पुलिस व पंचायत मिल कर अब चिटफंड कंपनियों के एजेंटों की संपत्ति बेच कर लोगों का रुपया लौटा रही है. ऐसा ही आरोप निवेशक व एजेंट सुरक्षा मंच के संयोजक सुबीर दे ने लगाया है. पुलिस प्रशासन व पंचायत समितियों की इस कार्रवाई के खिलाफ बुधवार को मंच की ओर से कॉलेज स्ट्रीट से लेकर रानी रासमणि एवेन्यू तक रैली निकाली गयी. संयोजक सुबीर दे ने कहा कि अगले सप्ताह उनके एसोसिएशन का प्रतिनिधिमंडल राज्य के डीजी से मिलेगा और अपनी समस्याओं से उन्हें अवगत करायेगा. उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने भले ही यहां विभिन्न चिटफंड कंपनियों की जांच शुरू कर दी है, लेकिन अभी भी दर्जनों ऐसी कंपनियां हैं, जिनकी जांच शुरू नहीं की गयी है. उनके संगठन की ओर से और आठ कंपनियों के खिलाफ जांच की मांग करते हुए सेबी को ज्ञापन सौंपा गया है. लेकिन सेबी के अधिकारी ने भी स्पष्ट कर दिया कि उनके पास कर्मचारियों की संख्या काफी कम है, अभी डेढ़ वर्ष पुराने मामलों की जांच की जा रही है. मैनपावर कम होने की वजह से जांच प्रणाली बाधित हो रही है.

Next Article

Exit mobile version