हुगली.
पुरसुड़ा में दामोदर नदी में डूबने से माइतीपाड़ा निवासी सुशांत माइती (49) की मौत हो गयी. वहीं, गुरुवार सुबह खानाकुल के बलाईचक की कुछ महिलाएं मुंडेश्वरी नदी का कटाव देखने गयी थीं. इनमें से एक पैर फिसलने से पानी के तेज बहाव में बह गयी. शुक्रवार को उसका शव पास के गांव से बरामद किया गया. मृतक की पहचान सुलोचना मंडल (20) के रूप में हुई है. गुरुवार को ही खानाकुल के तांतीशाल इलाके में पानी में डूबने से श्रुति बाग (2) नामक एक बच्ची की जान चली गयी. तांतीशाल के ही मुंशीपाड़ा में 14 वर्षीय एक किशोर की बाढ़ के पानी में डूबने से मौत हो गयी. शुक्रवार को उसका शव मिला. जिलाधिकारी मुक्ता आर्य ने कहा कि कितने लोगों की मौत हुई है, इसकी खोज-खबर ली जा रही है. वहीं, जिला प्रशासन ने आरामबाग सब-डिविजन के बाढ़ प्रभावित इलाकों से कुल 29 गर्भवती महिलाओं (जिनका डिलिवरी डेट आज-कल में था) को हेल्थ सेंटर में भर्ती कराया गया है. जिलाधिकारी के निर्देश पर यह कार्य हुआ. यह जानकारी एडीएम (जिला परिषद) अदिति चौधरी ने दी.उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 25 से अधिक मेडिकल टीमें तैनात की गयी हैं. 100 से अधिक राहत केंद्र खोले गये हैं. इन केंद्रों पर सूखा राशन के साथ-साथ स्टोव, केरोसिन आदि की व्यवस्था की गयी है. जिला प्रशासन ने पानी के 10 लाख पाउच बाटें और करीब 150 स्थानों पर बीमार लोगों के इलाज की व्यवस्था की गयी है. दो लोगों को सांप ने डस लिया था, जिन्हें तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया. मवेशियों को भी सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है और उनके लिए चारा की व्यवस्था की गयी है. शनिवार को जिलाधिकारी ने खुद राहत सामग्री का वितरण किया गया. जिलाधिकारी पांच दिनों से आरामबाग में बनी हुई हैं.
राहत सामग्री नहीं मिलने पर शुभेंदु के सामने हंगामा
जिले के बाढ़ प्रभावित पुरसुड़ा इलाके में राहत सामग्री नहीं मिलने से नाराज ग्रामीणों ने शनिवार विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के सामने विरोध प्रदर्शन किया. भाजपा की ओर से पुरसुड़ा बीडीओ कार्यालय परिसर में राहत सामग्री वितरण किया जा रहा था. इसी दौरान वहां पहुंचे कई ग्रामीणों ने राहत सामग्री नहीं मिलने की शिकायत की. शुभेंदु उनकी बातों को अनसुना कर आगे बढ़ गये. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि भाजपा द्वारा केवल चुनिंदा लोगों को ही राहत सामग्री दी गयी. इससे नाराज लोगों ने शुभेंदु के खिलाफ नारेबाजी की. वहीं, मौके पर शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि अगर 2026 में राज्य में भाजपा की सरकार बनी, तो बाढ़ की समस्या को खत्म कर दिया जायेगा. बाढ़ के नाम पर सिर्फ साड़ी, तिरपाल और गुड़ चुराने का खेल अब बंद होना चाहिए. अब समय है कि बाढ़ पर नियंत्रण किया जाये.
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