अलीपुरद्वार में बनेगी बम डिस्पोजल यूनिट
प्रयास : राज्य सरकार ने दी स्थापना की मंजूरी अगले महीने खुलने की संभावना सात पुलिसकर्मियों की होगी तैनाती सभी को दिया गया प्रशिक्षण जलपागुड़ी : जलपाईगुड़ी जिले से अलग होकर नवगठित अलीपुरद्वार जिले में शीघ्र ही बम डिस्पोजल यूनिट की स्थापना होगी. राज्य सरकार ने इसके लिए मंजूरी दे दी है और जिला पुलिस […]
प्रयास : राज्य सरकार ने दी स्थापना की मंजूरी
अगले महीने खुलने की संभावना
सात पुलिसकर्मियों की होगी तैनाती
सभी को दिया गया प्रशिक्षण
जलपागुड़ी : जलपाईगुड़ी जिले से अलग होकर नवगठित अलीपुरद्वार जिले में शीघ्र ही बम डिस्पोजल यूनिट की स्थापना होगी. राज्य सरकार ने इसके लिए मंजूरी दे दी है और जिला पुलिस ने काम भी शुरू कर दिया.
अलीपुरद्वार पड़ोसी राज्य असम सीमा पर स्थित है और बम विस्फोट के मामले में यह इलाका अत्यंत ही संवेदनशील है. जलपाईगुड़ी से अलग होकर जब अलीपुरद्वार जिले की स्थापना हो रही थी तभी जलपाईगुड़ी पुलिस ने यहां बम स्क्वाड की स्थाना की सिफारिश राज्य सरकार से की थी.
अलीपुरद्वार जिले के पुलिस अधीक्षक अनिल जायसवाल ने बताया है कि सीआईडी विभाग के अधीन बहुत शीघ्र ही बम डिस्पोजल यूनिट की स्थापना की जायेगी. अलीपुरद्वार जिले में पिछले कुछ वर्षो के दौरान बम विस्फोट की घटनाएं घटी हैं. वर्ष 2013 में भूटान की ओर जाने वाली बस में विस्फोट हुआ था जबकि अगस्त 2013 को अलीपुरद्वार जिले के चौपथी में रखे एक साइकिल में बम को निष्क्रिय करने के समय सिलीगुड़ी सीआईडी के एक अधिकारी विस्फोट में मारे गये थे. उसके बाद से ही यहां पर बम डिस्पोजल यूनिट बनाने की मांग ने जोर पकड़ लिया था.
पुलिस सूत्रों ने बताया है कि इस यूनिट में सात पुलिस कर्मियों की तैनाती की जायेगी. सब-इंस्पेक्टर रेंज के अधिकारी इसके प्रमुख होंगे जबकि दो एएसआई तथा चार कांस्टेबल इस यूनिट में काम करेंगे. पुलिस सूत्रों ने बताया कि सब-इंस्पेक्टर बुधादित्य राय इस यूनिट के प्रमुख होंगे. श्री राय जलपाईगुड़ी जिला अंतर्गत राजगंज तथा मटेली थाना में ओसी की जिम्मेवारी संभाल चुके हैं.
उन्होंने बम डिस्पोजल के संबंध में प्रशिक्षण भी प्राप्त किया है. इस यूनिट में तैनात होने वाले अन्य पुलिस कर्मियों को भी बम डिस्पोजल संबंधी ट्रेनिंग दी गई है. अभी-अभी अलीपुरद्वार इलाके में बम मिलने की घटना कोई सामने आती है, तो सिलीगुड़ी से बम स्क्वायड को बुलाया जाता है. इस काम में काफी समय लग जाता है जिसकी वजह से बम विस्फोट जैसी घटनाएं हो जाती हैं.
अलीपुरद्वार में बम डिस्पोजल यूनिट की स्थापना से जिला पुलिस को काफी राहत मिलेगी. भौगोलिक दृष्टिकोण से अलीपुरद्वार जिले का अलग महत्व है. इसकी सीमाएं भूटान के साथ-साथ बंगलादेश से लगती है और यहां गड़बड़ी आशंका हमेशा बनी रहती है.