आतंकवाद ‘प्रमुख’ वैश्विक खतरा है : मोदी

नयी दिल्ली. आतंकवाद को ‘प्रमुख’ वैश्विक खतरा करार देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि आतंकवादी समूहों के बीच कोई अंतर नहीं किया जाना चाहिए और देशों से कहा कि वे आतंकवादियों की सुरक्षित पनाहगारों का सफाया करने एवं उन्हंे कानून के घेरे में लाने की अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करें.उन्हांेने कहा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 25, 2015 8:03 PM

नयी दिल्ली. आतंकवाद को ‘प्रमुख’ वैश्विक खतरा करार देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि आतंकवादी समूहों के बीच कोई अंतर नहीं किया जाना चाहिए और देशों से कहा कि वे आतंकवादियों की सुरक्षित पनाहगारों का सफाया करने एवं उन्हंे कानून के घेरे में लाने की अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करें.उन्हांेने कहा कि भारत और अमेरिका इस बात पर सहमत हैं कि आतंकवाद से लड़ने के लिए व्यापक वैश्विक रणनीति एवं दृष्टिकोण की आवश्यकता है.राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ यहां साझा संवाददाता सम्मेलन के दौरान मोदी ने कहा, ‘आतंकवाद एक प्रमुख वैश्विक खतरा बना हुआ है. मौजूदा चुनौतियों के मौजूद रहते, यह नया स्वरुप ले रहा है.’ मोदी ने कहा कि दोनों देश राजी हैं कि इससे लड़ने के लिए एक ‘व्यापक वैश्विक रणनीति एवं रुख’ की जरूरत है.उन्होंने कहा, ‘आतंकवादी समूहों के बीच कोई भेद नहीं होना चाहिए. हर देश को आतंकवादियों के सुरक्षित पनाहगारों को नष्ट करने और आतंकवादियों को कानून के दायरे में लाने की अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करना चाहिए.’ उन्होंने कहा कि दोनों देश आतंकवादी समूहों के खिलाफ अपने द्विपक्षीय सुरक्षा सहयोग को मजबूत करेंगे. प्रधानमंत्री ने कहा, ‘और हम अपने आतंकवाद निरोधक क्षमताओं को और बढ़ायेंगे जिसमें प्रौद्योगिकी का क्षेत्र भी शामिल है.’ ओबामा ने भारत के ‘मजबूत आतंकवाद निरोधक सहयोग’ के लिए मोदी का धन्यवाद किया.उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में अमेरिकी अभियान पूरा होने को है और ऐसे में ‘हम अफगानिस्तान के लोगों के लिए मजबूत और विश्वसनीय सहयोगी बने रहेंगे जो कई वर्षों से भारत के उदार सहयोग से लाभान्वित होते रहे हैं.’

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