डिजिटल अरेस्ट का भय दिखा ठगे 3.18 करोड़, दो गिरफ्तार
इनके नाम पुरुषोत्तम भाई एच अजुइया (56) और तुषार गिरधर भाई घेतिया (31) बताये गये हैं.
कोलकाता. एक व्यक्ति से 3.18 करोड़ रुपये की ठगी के मामले में लालबाजार के साइबर क्राइम थाने की पुलिस ने गुजरात के जामनगर से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनके नाम पुरुषोत्तम भाई एच अजुइया (56) और तुषार गिरधर भाई घेतिया (31) बताये गये हैं. इन्हें स्थानीय अदालत में पेश किया गया. वहां से ट्रांजिट रिमांड पर दोनों को कोलकाता लाया जा रहा है. पुलिस सूत्रों के अनुसार, गत जून में पीड़ित ने लालबाजार के साइबर क्राइम थाने में ठगी की शिकायत दर्ज करायी थी. उसने बताया गया कि एक दिन अनजान नंबर से उसे कॉल आया. फोन करने वाले ने बताया कि मुंबई में उनके नाम से एक पार्सल आया है, जिसमें महंगा ड्रग्स रखा है. इस कारण उसे डिजिटल अरेस्ट किया जा रहा है. इसी बीच एक और अनजान नंबर से उसे कॉल किया गया. इस बार फोन करने वाले ने खुद को सीबीआइ अधिकारी बताकर ड्रग्स मामले में उसे डिजिटल अरेस्ट किये जाने की जानकारी दी. इससे वह काफी घबरा गया. बचाव का तरीका पूछने पर उसे एक अकाउंट नंबर दिया गया, जिसमें रुपये जमा कराने को कहा गया. पीड़ित का कहना है कि उसने किस्तों में तीन करोड़ 18 लाख रुपये उक्त खाते में ट्रांसफर किये. इसके बाद भी उससे और रुपयों की मांग की जा रही थी. इससे परेशान होकर वह लालबाजार के साइबर क्राइम थाने पहुंचा और शिकायत दर्ज करायी. पुलिस का कहना है कि जिस अकाउंट में रुपये ट्रांसफर किये गये थे, उसकी कुंडली खंगालने के बाद गुजरात से दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया. इस गिरोह में शामिल अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने की कोशिश की जा रही है.
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