Cyber Crime in Bengal, विकास गुप्ता : ऑनलाइन निवेश करने पर महज पांच से 10 दिनों में ही रॉकेट की रफ्तार से निवेश किये गये रकम के बढ़ने का प्रलोभन देकर देशभर के लोगों से करोड़ों रुपये ठगने के आरोप में लालबाजार के साइबर क्राइम थाने की पुलिस ने हावड़ा में सक्रिय तीन शातिर नटवरलाल को गिरफ्तार किया है. पकड़े गये आरोपियों के नाम अर्चिद्र सुंदर दिर्घानी (30), विश्वजीत दत्ता (46) और सुमन बर्मन (56) बताया गया है. तीनों हावड़ा के विभिन्न इलाकों में रहते हैं. लालबाजार के साइबर क्राइम थाने की पुलिस ने तीनों में से दो आरोपियों को डलहौसी में स्थित एक टेलीकॉम कंपनी के दफ्तर के बाहर से गिरफ्तार किया गया है. तीसरे आरोपी को हावड़ा से गिरफ्तार किया है. तीनों को मंगलवार को बैंकशाल कोर्ट में पेश करने पर आरोपियों को 4 अक्तूबर तक पुलिस हिरासत में भेजने का निर्देश दिया गया है.
महिला से की 54 लाख की ठगी, तब मामला आया सामने
कोलकाता पुलिस के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अतिरिक्त प्रभार, संयुक्त आयुक्त,अपराध) मुरलीधर शर्मा ने बताया कि बेनियापुकुर थाने की रहनेवाली एक महिला ने इस गिरोह के खिलाफ लालबाजार के साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज कराई. उसने पुलिस को बताया कि अचानक उनके मोबाइल नंबर को किसी ने एक व्हाट्सऐप ग्रुप में जोड़ दिया था. जिसमें ऑनलाइन निवेश करने पर मोटी रकम मिलने का लालच दिया जा रहा था.
लुभावने बातों में आकर 54 लाख रुपये जमा करवाए
पीड़िता का आरोप है कि उनके लुभावने बातों में आकर उसने गिरोह द्वारा बताये गये बैंक अकाउंट में तीन किस्तों में 54 लाख रुपये जमा करवा दिया. पीड़िता का आरोप है कि दो दिन के बाद ही पूरा ग्रुप ही आरोपियों द्वारा डिलिट कर दिया गया. उसे तभी अपने साथ ठगी होने का आभास हुआ. तुरंत उसने इसकी शिकायत लालबाजार के साइबर क्राइम थाने में दर्ज कराई. पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि ठगी की राशि जिन बैंक अकाउंट में गयी है, वह हावड़ा के निवासी हैं. इसके बाद पुलिस ने एख गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया.
खुद को बेकसूर बताने को थाने में पहुंचकर कहा अकाउंट हो गया हैक
पुलिस का कहना है कि शातिर आरोपियों ने ठगी की राशि 54 लाख रुपये हजम कर लेने के बाद स्थानीय थाने में शिकायत लेकर पहुंच गये. उन्होंने कहा कि उनका बैंक अकाउंट ठगों ने हैक कर लिया है. इसके कारण उसमें अगर कोई मोटी राशि का लेनदेन हुआ है तो उसके जिम्मेदार वे नहीं हैं. इसी बीच कोलकाता पुलिस की टीम के हाथों वे गिरफ्तार हो गये. पुलिस को इनके खिलाफ जांच में पता चला कि इस गिरोह के नाम पर देशभर के विभिन्न राज्यों के अलग-अलग थानों में कुल 78 मामले दर्ज हैं. पुलिस का मानना है कि इनके खिलाफ जितनी शिकायतें दर्ज हुई है, उससे स्पष्ट है कि इस गिरोह ने अबतक असंख्य लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी की है. आरोपियों के साथ और कौन शामिल हैं, पुलिस इसका भी पता लगा रही है.