जाति व्यवस्था पर लेख लिखें
13 जनवरी 2015 को प्रभात खबर के कुछ अलग कॉलम में अखिलेश्वर पांडेय द्वारा पापा, हम लोग कवन जात हैं? शीर्षक से लिखा गया लेख प्रासंगिक है.इसके तहत उठायी गयी सामाजिक समस्या काफी पुरानी है. यह हमारे समाज को वर्षों से खोखला करती आ रही है. लेखक ने इस मसले को उठा कर अच्छा काम […]
13 जनवरी 2015 को प्रभात खबर के कुछ अलग कॉलम में अखिलेश्वर पांडेय द्वारा पापा, हम लोग कवन जात हैं? शीर्षक से लिखा गया लेख प्रासंगिक है.इसके तहत उठायी गयी सामाजिक समस्या काफी पुरानी है. यह हमारे समाज को वर्षों से खोखला करती आ रही है. लेखक ने इस मसले को उठा कर अच्छा काम किया है. इसके लिए वे धन्यवाद के पात्र हैं. हिंदुओं में जात-पात को लेकर वर्षों से वैमनस्य चला आ रहा है. जाति के नाम पर लोग लड़ते-झगड़ते रहते हैं. खून-खराबा होता है. लेखक से अनुरोध है कि हिंदू जाति के इतिहास पर अध्ययन करके एक अच्छा लेख लिखें. हिंदू जाति के लोग बौद्घ, इस्लाम और ईसाई धर्म में जा चुके हैं. आखिर कारण क्या है कि एक छोटी बच्ची अपने मां-बाप से पूछती है कि हम कवन जात हैं. लेखक जी से अनुरोध है कि मनु-स्मृति का 99/100 अध्याय पढ़कर एक और लेख लिखें. सागर सिंह, हाजीनगर, नैहाटी