उद्योग संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए अलग सेंटर का निर्माण

कोलकाता. राज्य में उद्योग संबंधी समस्याओं के समाधान के लिए फास्ट-ट्रैक आर्बिट्रेशन सेंटर खोलने की योजना बनायी है. यह जानकारी शनिवार को शहरी विकास विभाग की प्रधान सचिव देवाशीष सेन ने दी. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने यहां कोलकाता इंटरनेशनल आर्बिट्रेशन सेंटर (केआइएसी) की स्थापना करने जा रही है, जहां एक आर्बिट्रेशन अधिकारी को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 7, 2015 8:03 PM

कोलकाता. राज्य में उद्योग संबंधी समस्याओं के समाधान के लिए फास्ट-ट्रैक आर्बिट्रेशन सेंटर खोलने की योजना बनायी है. यह जानकारी शनिवार को शहरी विकास विभाग की प्रधान सचिव देवाशीष सेन ने दी. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने यहां कोलकाता इंटरनेशनल आर्बिट्रेशन सेंटर (केआइएसी) की स्थापना करने जा रही है, जहां एक आर्बिट्रेशन अधिकारी को नियुक्त किया जायेगा, जो उद्योग संबंधी समस्याओं का समाधान करेंगे. उन्होंने बताया कि सेंटर के पास जिस प्रकार की समस्या भी आयेगी, उसे नौ महीने के अंदर समाधान करने का लक्ष्य रखा गया है. बंगाल में विदेशी निवेश काफी कम होता है, क्योंकि यहां पर विदेशी कंपनियों को होनेवाली समस्याओं का समाधान के लिए कोई केंद्र नहीं है. इसलिए राज्य सरकार ने तय समय सीमा के अंदर समस्याओं का समाधान करने का लक्ष्य रखा है. पिछले महीने, केंद्र सरकार ने भी एक आर्बिट्रेटर नियुक्त करने का फैसला किया है और वह प्रत्येक समस्या को नौ महीने के अंदर समाधान करेगी. उन्होंने बताया कि रविवार को राज्य सरकार के प्रतिनिधि केआइएसी पर चर्चा करने के लिए दिल्ली जा रहे हैं. कोलकाता से करीब 15 किमी दूर राजरहाट में अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ इस केआइएसी सेंटर का निर्माण किया जायेगा.

Next Article

Exit mobile version