सारधा मामले में मुकुल ने दी फिर सफाई, कहा

सारधा मामले से युक्त नहीं चुनाव परिणाम पर नहीं पड़ेगा सारधा कांड का प्रभावकोलकाता. सारधा चिटफंड मामले से तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व सांसद मुकुल राय ने फिर अपना पल्ला झाड़ते हुए दोहराया कि सारधा मामले में न वह व्यक्तिगत रूप से या न ही पार्टी नेता के रूप में किसी प्रकार से शामिल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 8, 2015 8:03 PM

सारधा मामले से युक्त नहीं चुनाव परिणाम पर नहीं पड़ेगा सारधा कांड का प्रभावकोलकाता. सारधा चिटफंड मामले से तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व सांसद मुकुल राय ने फिर अपना पल्ला झाड़ते हुए दोहराया कि सारधा मामले में न वह व्यक्तिगत रूप से या न ही पार्टी नेता के रूप में किसी प्रकार से शामिल हैं. शीघ्र ही साक्ष्य से भी यह साबित हो जायेगा. श्री राय ने बनगांव लोकसभा उपचुनाव के लिए चुनावी प्रचार करते हुए ये बातें कहीं. उल्लेखनीय है कि सारधा चिटफंड मामले में सीबीआइ ने मुकुल राय को पूछताछ के लिए तलब किया था. श्री राय ने रविवार को कहा कि सारधा मामले का चुनाव परिणाम पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. 2013 का पंचायत चुनाव सारधा चिटफंड मामले को मुद्दा बना कर हुआ था. उसमें तृणमूल कांग्रेस की जीत हुई थी. इसी तरह से 2014 का लोकसभा चुनाव भी सारधा चिटफंड कांड को लेकर हुआ था. उसमें भी तृणमूल कांग्रेस की जीत हुई थी. उन्होंने कहा कि बनगांव लोकसभा उपचुनाव व कृष्णनगर विधानसभा उपचुनाव में तृणमूल कांग्रेस को जीत मिलेगी. इसमें कोई भी संदेह नहीं है और न ही किसी के मन में इसे लेकर संशय है. उन्होंने कहा कि लड़ाई दूसरे और तीसरे नंबर के बीच हो रही है. तृणमूल की जीत सुनिश्चित है. वे लोग केवल यह प्रयास कर रहे हैं कि जीत का व्यवधान कितना अधिक हो. उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस 2011 में राज्य में सत्ता में आयी थी. वाम मोरचा ने 34 वर्षों के शासन में राज्य पर दो लाख तीन हजार करोड़ रुपये का कर्ज था, लेकिन ममता बनर्जी के सत्ता में आने के बाद राज्य में विकास की धारा बही है. उसी विकास को लेकर तृणमूल कांग्रेस चुनाव लड़ रही है.

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